इंदौर (Indore)। सरकार (Government) द्वारा प्रदेशभर की जेलों में गंभीर अपराधों में सजा काट रहे बंदियों को वर्ष में तीन बार रिहा किया जाने का निर्णय लिए जाने के बाद आज पहली बार इंदौर सेंट्रल जेल (Indore Central Jail) से आजीवन कारावास की सजा काट रहे 21 बंदियों को सुबह जेल से आजाद कर दिया गया। इनमें एक महिला शामिल हैै।
ये सभी अलग-अलग अपराधों में 15-20 वर्षों से सजा काट रहे थे। रात को जब जेल मुख्यालय से रिहाई के आदेश हुए तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। आंबेडकर जयंती की सुबह उनके लिए जीवन में नई किरण लेकर आई। जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि शासन ने 15 अगस्त, गणतंत्र दिवस तथा आंबेडकर जयंती पर कैदियों की सजा में माफी देते हुए उन्हें रिहा करने का निर्णय लिया है, जिसका लाभ बंदियों को मिल रहा है।
ओपन जेल से भी 1 कैदी रिहा
जिला जेल स्थित ओपन जेल में इस समय 10 बंदियों को रखा जा रहा है। यहां से भी आज सुबह एक कैदी को रिहा किया गया। सागर निवासी इस कैदी को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई थी। जेल अधीक्षक आलोक वाजपेयी ने बताया कि जेल में अच्छे आचरण वाले बंदियों को भी लाभ मिलेगा।
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