जयपुर: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की ओर से भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर छेड़ी गई नई बहस को सीएम अशोक गहलोत ने दरकिनार कर दिया है. बुधवार को अपने आवास पर एक अहम प्रेस कांफ्रेंस में बात करते हुए गहलोत ने सिर्फ चुनावी विजन और अपनी योजनाओं पर बात की. वहीं बार-बार पायलट को लेकर पूछे गए सवालों पर सीएम ने करप्शन पर एसीबी का जिक्र कर किनारा किया.
जानकारी के मुताबिक सीएम ने कांग्रेस की 2023 की रणनीति बताते हुए प्रदेश भर में 24 अप्रैल से ‘महंगाई राहत कैंप’ लगाने का ऐलान किया. वहीं सीएम ने मिशन 2030 को लेकर सरकार का खाका भी पेश किया. वहीं इस दौरान पायलट के मंगलवार को हुए अनशन पर पूछे गए सवाल को टालते हुए सीएम ने कहा कि मेरा एक ही लक्ष्य है और वह है जनता को महंगाई से राहत दिलाना. उन्होंने कहा कि मैं सेवा कर रहा हूं और मेरा ध्यान लेफ्ट-राइट की तरफ नहीं जा रहा.
वहीं कांग्रेस की ओर से पायलट के अनशन से पहले किए गए एक ट्वीट का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि आलाकमान खुद राज्य सरकार की योजनाओं के सहारे चुनावों में जाना चाहता है और मेरे लिए इससे बड़ा सौभाग्य क्या होगा. मालूम हो कि सचिन पायलट के ताजा प्रकरण के बाद कांग्रेस आलाकमान ने गहलोत के कामों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. दिल्ली से शीर्ष नेतृत्व की ओर कहा गया कि हम 2023 में गहलोत सरकार की आमजन को राहत देने वाली योजनाओं पर चुनावी मैदान में उतरेंगे.
‘करप्शन पर ACB ने खूब कार्रवाई की’
दरअसल वसुंधरा सरकार के दौरान हुए करप्शन के मामलों में कोई कार्रवाई नहीं होने के विरोध में सचिन पायलट के अनशन पर बैठने के बाद पहली बार बुधवार को मुख्यमंत्री मीडिया के सामने आए और इस मसले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि राजस्थान भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में सबसे आगे हैं और हमारी एसीबी की टीम ने पिछले चार पांच सालों में कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को पकड़ा है जो पूरे देश में कहीं नहीं हुआ है.
गहलोत ने आगे कहा कि अगर हम ज्यादा छापे डालते हैं तो इससे विरोधी यह कहेंगे कि देखो यहां करप्शन कितना ज्यादा है तो इसका मतलब हम छापे बंद कर दें, यह सोच बहुत गलत है. हालांकि सीएम ने पायलट का नाम लेने से बचते हुए पूरी प्रेस वार्ता में संतुलित जवाब ही दिया.
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