- 9 फरवरी तक सरकारी अस्पतालों में लगे नि:शुल्क
- टीके, अब प्राइवेट हॉस्पिटल भी नहीं रख रहे वैक्सीन
भोपाल। मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना केसेस के बीच सरकार एक तरफ जहां मॉकड्रिल कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में टीके का टोटा नजर आ रहा है। एमपी के सरकारी अस्पतालों में 9 फरवरी तक नि:शुल्क टीके लगे थे। अब निजी अस्पताल भी कोविड-19 वैक्सीन नहीं रख रही हैं। लोगों की दिलचस्पी नहीं होने के चलते प्राइवेट हॉस्पिटल उदासीन है। प्रदेश के 10 जिलों में कोरोना का संक्रमण पहुंच गया है। एमपी स्वास्थ्य विभाग ने रविवार रात कोरोना वायरस को लेकर मेडिकल बुलेटिन जारी की। बीते 24 घंटे में 582 टेस्ट किए गए। जिसमें 32 नए केस पाए गए। इनमें सबसे अधिक भोपाल से 9 मरीज सामने आए है।
जबकि इंदौर में 6, जबलपुर में 5, नर्मदापुरम में 3, ग्वालियर, पन्ना, सतना, रायसेन में 2-2, दतिया, खंडवा और उज्जैन में 1-1 नए मरीज मिले हैं। प्रदेश में रविवार को 63 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है। अब तक कुल 10 लाख 44 हजार 400 लोग कोरोना को मात दे चुके है। प्रदेश में अब तक कोरोना से 10 हजार 777 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 170 है। पॉजिटिविटी दर बढ़कर 5.4 पर पहुंच गई है। मध्य प्रदेश के 47 लाख लोगों ने लगवाया कोरोना का दूसरा डोज। 18 वर्ष से अधिक के लोगों में एक करोड़ 36 लाख (25 प्रतिशत) ने ही सतर्कता डोज लगवाई।