भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार कोजबलपुर में नए महाधिवक्ता कार्यालय का भूमि पूजन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़ा दावा करते हुए कहा है कि, मप्र विकास का नया मॉडल बनकर उभरा है। उन्होंने दावा किया है कि मप्र अर्थव्यवस्था में देश के टॉप 10 राज्यों में शुमार हुआ है और यह खुशी की बात है। कहा कि प्रदेश में कृषि से लेकर अधोसंरचना विकास में तेज गति से विकास हुआ है। उन्होंने साफ किया है कि आत्मनिर्भर मप्र उनका संकल्प है और आत्मनिर्भर मप्र के चार आयाम हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, गुड गवर्नेंस। अर्थव्यवस्था और रोजगार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा है कि इन बिंदुओं पर काम करते हुए प्रदेश को तेज गति से आगे ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। पिछले 25 जनवरी को जबलपुर में की गई घोषणा की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा है कि, नमामि देवी नर्मदे प्रोजेक्ट की परिकल्पना को साकार करने का भी तेजी से प्रयास किया जा रहा है। इसका ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है। शराब दुकानों को लेकर प्रदेशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन और आंदोलनों को लेकर कहा कि प्रदेश सरकार का रुख साफ किया। उन्होंने कहा है कि, शराब राज्य सरकार की प्राथमिकता में नहीं है। यही वजह है कि 1 अप्रैल से अहातों को बंद करने का फैसला लिया गया है जिसके चलते शराब की बिक्री में 25 फीसदी की कमी आ गई है।
टाइगर अभी जिंदा है
देश में बाघों की बढ़ती संख्या पर सीएम शिवराज सिंह ने फिर दोहराया टाइगर अभी जिंदा है। कहा कि- यह धरती सिर्फ इंसानों के लिए नहीं है। प्रदेश में बाघों की संख्या का बढऩा खुशी की बात है। जियो और जीने दो, सिर्फ इंसानों के लिए नहीं बाघों के संरक्षण और संवर्धन में मप्र देश में आगे है। हम टाइगर स्टेट के साथ चीता स्टेट भी है, लेपर्ड स्टेट भी है, घडिय़ाल स्टेट भी है।
किसानों को बताया सबसे बड़ा उपभोक्ता
एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट 18 प्रतिशत रही उन्होंने कहा कि 2003 तक साढ़े 7 लाख हेक्टेयर सिंचाई थी आज 46 लाख हेक्टेयर सिंचाई रकवा पहुंच गया है। जिसे 2026 तक 65 लाख हेक्टेयर सिंचाई रकबा ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहले 100 लाख मैट्रिक टन गेहूं का उत्पादन था जो कि अब 700 लाख मैट्रिक टन पहुंच गया है। एमपी का गेहूं और बासमती दुनिया में धूम मचा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कृषि उत्पादन के हमने नए रिकार्ड बना दिए हैं। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा उपभोक्ता किसान है फसल पैदा कर किसान अधिक खरीदी करता है तो दुकानें चली हैं। दुकानें चलीं तो कारखाने चले।
सोशल चेंज का बड़ा माध्यम बनेगी लाडली बहना
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की बेटियों और बहनों को लेकर अपने उद्बोधन में कहा कि पहले प्रदेश में हजार बेटों पर 900 बेटियां थीं और कोख को कत्लखाना बना दिया गया था। लेकिन अब अब 956 बेटी हैं। उन्होंने कहा कि सोशल चेंज का बड़ा माध्यम लाड़ली बहना बनेंगी। बहनों की मैं गारंटी लेता हूं वो पैसे का दुरुपयोग नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण पुलिस की भर्ती में मिल रहा है। देश में सबसे पहले महिला आरक्षण एमपी ने किया। इसके साथ ही बजट पर उन्होंने कहा कि इस साल 3 लाख 14 हजार करोड़ का बजट लाए हैं। उन्होंने कहा कि एक हजार करोड़ रुपये हम बच्चों की फीस भरते हैं।
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