अहमदाबाद (Ahmedabad)। इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League- IPL)के 13वें मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders- KKR) के बल्लेबाज रिंकू सिंह (Batsman Rinku Singh) ने गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans-GT) के गेंदबाज यश दयाल के खिलाफ लगातार 5 छक्के लगाकर चर्चा में हैं। KKR को आखिरी ओवर में 29 रन चाहिए थे और रिंकू ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिला दी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि KKR द्वारा चुने जाने से पहले रिंकू क्रिकेट छोड़ने वाले थे? आइए रिंकू के बारे में और अधिक जानते हैं।
रिंकू के पिता सिलेंडर होम डिलीवरी पर्सन के रूप में काम करते हैं और उनके बड़े भाई ऑटो रिक्शा चलाते हैं। इधर, रिंकू पढ़ाई में संघर्ष करते हुए नौवीं कक्षा में फेल हो गए थे। इसके बाद भी उनका क्रिकेट के प्रति लगाव बना रखा और उन्होंने इसे खेलना लगातार जारी रखा। दुर्भाग्य से रिंकू का परिवार कर्ज में डूबा गया और उन्होंने कर्ज का भुगतान करने के लिए क्रिकेट से जो कुछ भी कमाया उसे परिवार को देना पड़ा।
रिंकू के जीवन में एक समय ऐसा भी आया जब उन्होंने अपने सपने को छोड़ने का भी विचार किया और नौकरी खोजने में अपने भाई की मदद मांगी। उन्हें बताया गया कि उन्हें साफ-सफाई का काम ही मिल सकता है। इसके बाद रिंकू ने हार मानने से इनकार कर दिया और क्रिकेट पर ही फोकस किया। उनकी कड़ी मेहनत आखिरकार रंग लाई और 2018 की IPL नीलामी में KKR ने उनके लिए 80 लाख रुपए की बोली लगा दी।
रिंकू की क्रिकेट यात्रा
रिंकू ने अपनी क्रिकेट यात्रा लगभग एक दशक पहले एक ऐसे देश में शुरू की थी जहां यह खेल बेहद लोकप्रिय है। 2013 में उन्हें उत्तर प्रदेश की अंडर-16 टीम में चुना गया था। कुछ साल बाद एक आक्रामक बल्लेबाज के रूप में पहचान के बाद उन्हें अंडर-19 टीम के लिए भी चुना गया था। साधारण पृष्ठभूमि से आने के कारण रिंकू ने अपनी वर्तमान स्थिति तक पहुंचने के लिए कई बाधाओं को पार करना पड़ा।
पिछले सीजन में LSG के खिलाफ खेली थी शानदार पारी
2018 में रिंकू ने KKR के लिए 4 मैच में 29 रन बनाए थे। इसके बावजूद टीम ने मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में उन्हें दल में बरकरार रखा। 2022 में KKR ने बाएं हाथ के बल्लेबाज को पिछले सीजन की तुलना में अधिक अवसर दिए और रिंकू (172) ने उनका फायदा उठाया। LSG के खिलाफ रन चेज में उन्होंने 15 गेंद में 40 रन बनाए थे। टीम भले ही मैच हार गई, लेकिन उनके प्रदर्शन ने वाहवाही बटोरी।
उत्तर प्रदेश की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले रिंकू ने अपने फर्स्ट क्लास (FC) करियर का पहला मैच पंजाब के खिलाफ नवंबर, 2016 में खेला था। वह अपने FC क्रिकेट करियर के 40 मैच में 59.89 की औसत से 2,875 रन बना चुके हैं। 163* के उच्चतम स्कोर के साथ उनके नाम 7 शतक और 19 अर्धशतक हैं। 50 लिस्ट-A मैचों में उन्होंने 53.00 की औसत से 1,749 रन बनाए हैं। जिसमें 1 शतक और 16 अर्धशतक शामिल हैं।
रिंकू ने मैच में 228.57 की इकॉनमी रेट से 21 गेंद में 8 चौके और 5 छक्कों की मदद से 48 रन बनाए। IPL 2023 में उन्होंने अब तक 49.00 की औसत और 168.97 की स्ट्राइक रेट से 98 रन बनाए हैं। रिंकू ने IPL में साल 2018 में अपना पहला मैच खेला था। उन्होंने अब तक 20 मैच में 24.93 की औसत और 139.04 की स्ट्राइक रेट से 349 रन बनाए हैं।
ऐसा रहा अंतिम ओवर का रोमांच
अंतिम ओवर में KKR को जीत के लिए 29 रन की जरूरत थी। यश दयाल को 20वां ओवर फेंकने की जिम्मेदारी मिली और इसमें उन्होंने 31 रन दे दिए। पहली गेंद पर उमेश ने 1 रन लेकर रिंकू को स्ट्राइक दी। ओवर की दूसरी, तीसरी, चौथी, पांचवीं और छठी गेंद पर लगातार छक्के जड़कर टीम को यादगार जीत दिला दी। रिंकू IPL इतिहास के उन चार बल्लेबाजों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने एक ओवर में 5 छक्के मारे हैं।
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