इस समय अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है। दोनों देशों ने संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान अमेरिकी विमान वाहक पोत, बी-1बी और बी-52 बमवर्षकों जैसे शस्त्रों का प्रयोग भी किया है।
उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच इस सैन्य अभ्यास का जमकर विरोध किया है। अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तर कोरिया ने इस सैन्य अभ्यास को अपने खिलाफ एक रणनीति बताया है। साथ ही उत्तर कोरिया अपनी सैन्य गतिविधियों में तेजी ला रहा है। पिछले कुछ दिनों में उत्तर कोरिया ने छोटे-बड़े कई बैलिस्टिक मिसाइलें भी दाग चुका है। उनमें से एक मिसाइल ऐसा था जिसे अमेरिका के किसी भी क्षेत्र में दागा जा सकता।
उत्तर कोरिया की ओर से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास का जिक्र करते हुए कहा गया है कि यह कोरियाई प्रायद्वीप को एक बड़ी तबाही की तरफ ले जा रहा है। इस सैन्य अभ्यास ने कोरियाई प्रायद्वीप को एक तरह से परमाणु युद्ध के कगार पर खड़ा कर दिया है।
सैन्य विशेषज्ञों को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एकजुट होने से कोरियाई प्रायद्वीप पर मंडरा रहे परमाणु युद्ध के काले बादल छंट सकेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved