इंदौर। नया औद्योगिक निवेश (industrial investment) लगातार आ रहा है। इंदौर और आसपास सबसे अधिक जमीनों की मांग है, वहीं एमपीआईडीसी 18 नए औद्योगिक पार्कों को विकसित भी कर रहा है, जिस पर लगभग 650 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी, जिसमें सडक़, बिजली, पानी, ड्रेनेज (Road, Electricity, Water, Drainage) सहित सभी आवश्यक सुविधाएं स्थापित होने वाले उद्योगों को मुहैया कराई जाएंगी, जिसमें इंदौर जिले के देपालपुर क्षेत्र का मोहना इंडस्ट्रियल एरिया (Industrial Area) भी शामिल है। अभी यहां लगभग एक हजार करोड़ रुपए तक का निवेश करने वाली कम्पनियों ने जमीनें ली हैं। लिहाजा अविकसित क्षेत्र में प्लॉटिंग की जाएगी।
एमपीआईडीसी ने अभी 18 नए औद्योगिक पार्कों में विकास कार्य शुरू करवाने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं, जो लगभग 650 करोड़ रुपए के हैं। इसमें शाजापुर, उज्जैन, मंदसौर, आगर मालवा, नर्मदापुरम्, गुना, रीवा, जबलपुर, अनूपपुर, इंदौर, रतलाम, बालाघाट, निवारी, धार, भिंड, मंडला से लेकर रायसेन में विकसित होने वाले पार्क शामिल हैं। इन सभी औद्योगिक पार्कों में सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं औद्योगिक विकास निगम उपलब्ध करवा रहा है। मोहना में ही लगभग एक हजार करोड़ रुपए तक का निवेश अभी कई कम्पनियों ने शुरू कर दिया है, जिसमें फार्मास्यूटिकल्स, कोरोगेटेेड बॉक्स बनाने वाली एक दर्जन से अधिक कम्पनियां भी शामिल हैं। दूसरी तरफ इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने यह घोषणा की थी कि तीन साल तक बिना अनुमति के ही उद्योग लगाए जा सकेंगे। इसके अलावा कई अन्य रियायतों की घोषणा भी की गई थी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद पिछले दिनों अध्यादेश जारी किया गया और अभी विधानसभा के माध्यम से नए अधिनियम को मंजूरी मिली और फिर राज्यपाल के साइन होने के बाद कल इसका नोटिफिकेशन भी विधि और विधायी कार्य विभाग ने जारी कर दिया। इससे सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यमों के साथ-साथ स्टार्टअप और कई अन्य उद्योगों को भी लाभ मिलेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved