मुंबई । एनजीटी (NGT) के फैसले के एक दिन बाद (A Day after Verdict) शुक्रवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने लगभग आधा दर्जन (About Half A Dozen) अवैध फिल्म स्टूडियो (Illegal Film Studios) तोड़ना शुरू कर दिया (Starts Demolishing) ।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने सितंबर 2022 में इस मुद्दे को उजागर करते हुए आरोप लगाया था कि मलाड के तटीय मध, एरांगल, मर्वे और बट्टी इलाकों में नियमों को ताक पर रखकर 1,000 करोड़ रुपए का अवैध निर्माण किया गया है। सोमैया ने जहां फिल्म स्टूडियो तोड़े जा रहे थे उस जगह मीडिया से बात करते हुए कहा, एनजीटी ने कल (6 अप्रैल को) पारित आदेश में कहा है कि ये स्टूडियो अनधिकृत हैं। इन्होंने छह महीने के लिए अस्थायी स्टूडियो बनाने के लिए मिली अनुमति का दुरुपयोग करते हुए स्थायी ढांचे का निर्माण किया है।
विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) पर कड़ा हमला करते हुए, सोमैया ने आरोप लगाया कि ठाकरे के भ्रष्टाचार के अवैध स्मारकों को ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना (उद्धव गुट) के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे और स्थानीय विधायक तथा कांग्रेस के पूर्व मंत्री असलम शेख ने इनके निर्माण की अनुमति दी थी। सोमैया की शिकायत के बाद, बीएमसी नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच रिपोर्ट फरवरी 2023 में सौंपी गई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले में कुछ भी अवैधानिक नहीं हुआ है। सिर्फ बीएमसी पी-नॉर्थ वार्ड में विभिन्न संबंधित विभागों के कुछ अधिकारियों द्वारा प्रक्रियात्मक कमियां थीं।
वर्ष 2021-2022 में, बीएमसी को स्थानीय लोगों से करीब 50 शिकायतें मिली थीं, जिनमें आरोप लगाया गया था कि तटीय नियामक क्षेत्र और नो डेवलपमेंट जोन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में कई गैर-स्वीकृत फिल्म शूटिंग स्टूडियो बन गए हैं। सोमैया ने भी ऐसे लगभग 20 स्टूडियो की जानकारी दी थी। इन अवैध स्टूडियो को गिराने का काम शुरू होने से पहले, उत्साहित सोमैया और उनके समर्थक आज सुबह एक प्रतीकात्मक हथौड़ा और कुल्हाड़ी लेकर इलाके में पहुंचे अपनी जीत का संकेत दिया।
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