चंडीगढ़: भगोड़े खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के सरेंडर करने की अटकलें तेज हो गई हैं. अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आज तलवंडी साबो के दमदमा साहिब में ‘विशेष सभा’ बुलाई है. ‘विशेष सभा’ में धर्म प्रचार और राष्ट्रीय अधिकारों की रक्षा, विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, चुनौतियों और सिख मीडिया का योगदान पर भी मंथन किया जाएगा. इस बैठक में पंथ, पंजाब और पंजाबियत को समर्पित देश और विदेश से जत्थेदार, लानेदार, निहंग बुद्धिजीवी और सिख बुद्धिजीवी भाग लेंगे.
इस मीटिंग को लेकर खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस विंग अलर्ट मोड पर है. सूत्रों की मानें तो अमृतपाल सिंह कहीं सरेंडर करने, इस विशेष सभा में तक न पहुंच जाए, इसके लिए पुलिस की सीआईडी विंग के अफसर सादी वर्दी में अलर्ट पर हैं. पुलिस को शक है कि दमदमा साहिब की ‘विशेष सभा’ में अमृतपाल सरेंडर कर सकता है. इसको लेकर पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस विंग और अन्य ऑपरेशन टीमों की मीटिंग हुई है.
इस बीच पंजाब डीजीपी कार्यालय की ओर से राज्य के पुलिस कार्यालयों के प्रमुखों को भेजे गए एक जरूरी संदेश में, सभी राजपत्रित, गैर राजपत्रित अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां 14 अप्रैल, 2023 तक रद्द करने को कहा गया है. साथ ही पुलिस कार्यालय प्रमुखों को 14 अप्रैल तक किसी भी प्रकार का कोई भी नया अवकाश स्वीकृत नहीं करने को कहा गया है. उल्लेखनीय यह है कि खालिस्तानी समर्थक भगोड़े अमृतपाल सिंह ने वीडियो संदेशों के माध्यम से जत्थेदार से ‘सरबत खालसा’ बुलाने की मांग की थी.
लेकिन ऐसा न करते हुए अब ‘बैसाखी समागम’ का ही अकाल तख्त ने ऐलान किया है. नतीजतन कानून-व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय स्थिति का सामना करने के लिए तलवंडी साबो में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. अमृतपाल सिंह गत 18 मार्च की पुलिस कार्रवाई के बाद से फरार चल रहा है. पुलिस अधिकारी यह नहीं चाहते कि वह किसी डेरे या धार्मिक स्थल में शरण ले, क्योंकि इन जगहों पर कार्रवाई के अप्रिय परिणाम हो सकते हैं. हालांकि अधिकारियों ने कहा कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि अकाल तख्त के जत्थेदार, अमृतपाल को दमदमा साहिब में शरण लेने के लिए ‘विशेष सभा’ का उपयोग नहीं करने देंगे.
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