देहरादून (Dehradun.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने दून मेडिकल कॉलेज (Doon Medical College) में 500 बेड क्षमता के अस्पताल सहित कुल 180 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाली चार स्वास्थ्य योजनाओं का रिमोट का बटन दबाकर शिलान्यास किया। जिससे लोगों को अच्छे से अच्छे स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो सके तो दूसरी ओर चार धाम पर जाने वाले यात्रियों को भी अपने स्वास्थ्य को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड चार धाम 2023 यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को अपने स्वास्थ्य को लेकर कोई टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। तीर्थ यात्रियों को बेहतर और उम्दा स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने कारगर प्लान बनाया है। दिल, सांस, बुजुर्ग सहित अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित तीर्थ यात्रियों को यात्रा रूट पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएंगी। यहीं नहीं, चार धाम यात्रा रूट पर डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए मैदानी इलाकों से रोटेशन पर डॉक्टर भेजे जाएंगे, जबकि,पहाड़ों पर तैनात डॉक्टरों को दिल की बीमारी से जुड़ी कार्डियक ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ऐसे में एमेरजेंसी भी गंभीर मरीजों की जान बचाना आसान हो सकेगा। स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम यात्रा की तैयारियां के तहत यात्रा ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों को कार्डियक ट्रेनिंग देने का काम शुरू कर दिया है।
विदित है कि सरकार ने चारधाम यात्रा मार्ग पर इस साल रिलीफ पोस्ट भी बढ़ाने का फैसला लिया है। यमुनोत्री और केदारनाथ मार्ग पर कुल 35 रिलीफ पोस्ट बनाए जाएंगे ताकि यात्रियों को हार्ट संबंधी दिक्कत होने पर तत्काल इलाज की सुविधा मिल सके। 22 से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है।
उत्तराखंड में केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चारों धाम समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर स्थित हैं। ऐसे में देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऊंचाई वाले इलाकों में ऑक्सीजन की कमी की वजह से विशेषकर दिल, सांस और बुजुर्गों की परेशानी भी बढ़ जाती है।
गौरतलब है कि चारधाम यात्रा मे पिछले साल 2022 में चार धाम यात्रा के दौरान करीब 200 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इसमें से 71 प्रतिशत यानी 164 लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक केदारनाथ धाम में 78, यमुनोत्री में 66, बदरीनाथ में 37 और गंगोत्री में 14 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए उत्तराखंड सरकार यात्रा रूट पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती कर रही है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह ने बताया कि विभाग के जिन 50 डॉक्टरों को कार्डियक ट्रेनिंग दी जा रही है उनको अब जिलों में भेजा जाएगा। यह डॉक्टर जिले के मेडिकल स्टाफ को कार्डिक उपचार के लिए प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जा रहा है यात्रियों की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जाए।
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