img-fluid

अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन पर जमीन कब्जा करने का आरोप! विश्वभारती विश्वविद्यालय ने भेजा नोटिस

March 22, 2023

नई दिल्‍ली (New Delhi)। जमीन पर कब्जा करने के आरोप में अर्थशास्त्री एवं ने नोबेल अवॉर्डी अमर्त्य सेन (Bell Awardee Amartya Sen) को पश्चिम बंगाल (West Bengal) की विश्व भारती यूनिवर्सिटी (Visva Bharati University) ने नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को एक नोटिस जारी किया है। जिसमें उनसे नोटिस जा जवाब 24 मार्च तक देने और 29 मार्च को यूनिवर्सिटी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार के सामने पेश होने को कहा गया है। ये जमीन को कब्जाने के आरोप में कारण बताओं जारी किया गया है।

जानकारी के लिए बता दें कि विश्वभारती विश्वविद्यालय (Visva Bharati University) की तरफ से अमर्त्य सेन को 3 दिन के भीतर दूसरा नोटिस भेजा गया है। इस नोटिस में अमर्त्य सेन को तुंरत जमीन खाली करने को कहा गया है। प्रबंधन का आरोप है कि सेन के पास उनके हिस्से से ज्यादा जमीन है इसलिए ये जमीन सेन को तुरंत लौटा देना चाहिए। वहीं प्रबंधन का कहना है कि वो ज्यादातर अमेरिका में रहते हैं तो शांति निकेतन परिसर में जमीन के अवैध कब्जे को खाली कर दें. इस नोटिस में अमर्त्य सेन को 24 मार्च तक नोटिस का जवाब देने और 29 मार्च को यूनिवर्सिटी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार के सामने पेश होने को भी कहा गया है।



वहीं 89 वर्षीय सेन जो अब विदेश में रहते हैं, या उनके परिवार के सदस्यों की तरफ से फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। यूनिवर्सिटी का दावा है कि अमर्त्य सेन ने सैंटिनिकेटन परिसर में 1.38 एकड़ जमीन पर कब्जा किया हुआ है, जबकि कानूनन वह 1.25 एकड़ के मालिक हैं. इससे पहले अर्थशास्त्री ने दावा किया था कि सैंटिनिकेटन परिसर में इस जमीन को उनके ने खरीदा था, जबकि कुछ अन्य जमीनों को पट्टे पर लिया गया था।

यूनिवर्सिटी का आरोप है कि उन्होंने एक जमीन पर कथित रूप से अवैध कब्जा किया है। नोटिस जारी कर सेन से ये भी पूछा गया है कि जमीन को खाली नहीं करने पर उनके खिलाफ बेदखली का आदेश क्यों नहीं जारी किया जाए। नोटिस में कहा गया है, “अगर आप और आपके अधिकृत प्रतिनिधि दी गई तारीख पर पेश नहीं होते हैं तो ये समझा जाएगा कि आप जानबूझकर नोटिस का जवाब नहीं देना चाहते और आपके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि 89 वर्षीय सेन, फिलहाल अमेरिका में रहते हैं और अभी तक उनके या उनके परिवार की तरफ से नोटिस को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है। यूनिवर्सिटी का दावा है कि शांति निकेतन परिसर में अमर्त्य सेन के पास कानूनी रूप से 1.25 एकड़ की जमीन ही है. लेकिन अमर्त्य सेन ने कुल 1.38 एकड़ जमीन पर कब्जा किया हुआ है।

इसी बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने शांति निकेतन में स्थित 1.38 एकड़ जमीन के पट्टे के अधिकार को नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के नाम कर दिया है। इस सिलसिले में बीरभूम जिला मजिस्ट्रेट बिधान रे ने कहा कि “हमने अमर्त्य सेन को उनके पिता आशुतोष सेन के कानूनी उत्तराधिकारी के रूप में भूमि के अधिकार सौंप दिए हैं। ऐसे में अब अनधिकृत कब्जे का सवाल ही नहीं उठता। हमने सेन की तरफ से पेश किए गए कागजात की जांच के बाद ही ये कदम उठाया है. इस जांच में विश्व भारती के अधिकारी भी मौजूद थे।

Share:

11 करोड़ के कामों की फाइलें अटकाईं, चलती बैठक से उठकर चल दिए एमआईसी मेंबर

Wed Mar 22 , 2023
अफसरों और निगम परिषद के बीच खत्म नहीं हो रही है तनातनी पाटनीपुरा से अनूप टाकीज तक 6 करोड़ की ड्रेनेज लाइन और पांच करोड़ के विकास कार्य आईटीआई ग्राउंड पर होना हैं इन्दौर (Indore)। अफसरों और एमआईसी मेंबरों (officers and MIC members) के बीच तनातनी का मामला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
सोमवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2024 Agnibaan , All Rights Reserved