विशाखापत्तनम। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में भारत को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी है। टॉस जीतकर पहले तो ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को सिर्फ 117 रन पर समेट दिया और फिर 11 ओवर में ही 234 गेंद रहते बिना कोई विकेट खोए लक्ष्य साध लिया। यह गेदों के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी हार है। वर्ल्ड कप ईयर में अपने ही घर पर भारत की ऐसी हार चुभती है। इससे पहले 2019 में न्यूजीलैंड ने हैमिल्टन वनडे में 212 गेंद हमें हराया था, तब कीवियों ने 14.4 ओवर में ही 93 रन का टारगेट हासिल कर लिया था।
ऑस्ट्रेलिया ने इस रनचेज को तूफानी अंदाज में पूरा किया। मुंबई वनडे में उन्होंने 89 रन बनाए थे। इस मैच में 36 गेंद में नाबाद 66 रन ठोके, जिसमें छह छक्के और इतने ही चौके शामिल थे, दूसरे ओपनर ट्रेविस हेड ने 170 की स्ट्राइक रेट से 30 गेंद में 51 रन बनाए और 10 चौके लगाए। तूफानी लेफ्ट आर्म पेसर मिचेल स्टार्क के पांच विकेट की मदद से भारत सिर्फ 26 ओवर में 117 रन पर ही सिमट गया था, जो उसका तीसरा न्यूनतम स्कोर है।
पिछले मैच में तीन विकेट लेने वाले स्टार्क ने 53 रन देकर पांच विकेट लिए, जिसमें से चार पहले स्पैल में लिये गए । सीन एबोट ने 23 रन देकर तीन और नाथन एलिस ने 13 रन देकर दो विकेट लिए। भारत का कोई बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। भारतीय टीम की लगातार दूसरे मैच में शुरुआत खराब रही और पहले पांच ओवर में स्टार्क ने कहर बरपा दिया। विराट कोहली ने 35 गेंद में 31 रन बनाए जबकि अक्षर पटेल ने नाबाद 29 रन की पारी खेली जिसमें दो छक्के शामिल थे।
स्टार्क ने पहले स्पैल में छह ओवर में 31 रन देकर चार विकेट चटकाए, उन्होंने शुभमन गिल (0), रोहित शर्मा (13), सूर्यकुमार यादव (0) और केएल राहुल (नौ) को आउट किया। गिल को पहले ओवर में खाता खोले बिना आउट करने के बाद उन्होंने कोहली और रोहित शर्मा की साझेदारी को भी तोड़ा। रोहित का कैच पहली स्लिप में स्टीव स्मिथ ने लपका। अगली गेंद पर सूर्य पगबाधा आउट हो गए जो पिछले मैच में भी पहली गेंद पर आउट हुए थे, उन्होंने केएल राहुल (नौ) को नौवे ओवर में पगबाधा आउट किया।
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