नई दिल्लीः भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने दिल्ली आबकारी नीति से संबंधित धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. उन्होंने याचिका दायर कर अपनी गिरफ्तारी पर रोक की गुहार लगाई है. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिंह की पीठ ने तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य कविता की याचिका पर 24 मार्च को सुनवाई के लिए सहमति जताई.
कविता के वकील ने याचिका पर तत्काल सुनावाई का अनुरोध करते हुए कहा, क्या किसी महिला को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय में बुलाया जा सकता है? उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से कानून के खिलाफ है. प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले में 11 मार्च को कविता से नौ घंटे पूछताछ की थी. इससे पहले उन्होंने कहा था कि महिला आरक्षण के मुद्दे पर वह शाम में राजनीतिक दलों, नागरिक संगठनों और अन्य लोगों के साथ गोलमेज सम्मेलन करेंगी.
कविता से 9 घंटे तक लंबी पूछताछ
तेलंगाना के मुख्यमंत्री की बेटी के. कविता से ईडी ने पिछले हफ्ते शनिवार को 9 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ की थी. दिल्ली शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में हैं और इस घोटाले में कविता का भी नाम आ रहा है. शनिवार को वह सुबह 11 बजे ईडी ऑफिस पहुंची थी और रात में 9 बजे तक उनसे पूछताछ होती रही. उन्हें 16 मार्च को फिर से तलब किया गया है.
महिला आरक्षण को लेकर भूख हड़ताल
दूसरी ओर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने काफी लंबे समय से लंबित महिला आरक्षण विधेयक को संसद के इस बजट सत्र में पारित कराने की मांग को लेकर 10 मार्च को दिल्ली में भूख हड़ताल का नेतृत्व किया था.
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाया था कि विधेयक के समर्थन में बीआरएस विधान परिषद की सदस्य (MLC) की भूख हड़ताल दिल्ली आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय के सामने उनकी पेशी से ध्यान हटाने की कोशिश है. कविता दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए 11 मार्च को नौ घंटे के लिए ईडी के सामने पेश हुईं.
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