नई दिल्ली (नई दिल्ली) । कांग्रेस (Congress) का रायपुर महाधिवेशन (Raipur Convention) भाजपा-आरएसएस (BJP-RSS) और उनकी भेदभाव की राजनीति से कभी समझौता नहीं करने के ऐलान के साथ खत्म हो गया। पार्टी ने समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन की वकालत करते हुए जातिगत जनगणना का समर्थन किया है। पार्टी ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुनाव में एकजुट होकर काम करने की भी नसीहत दी है।
घोषणा में कहा गया है कि हम समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के साथ मिलकर एक साझा, रचनात्मक कार्यक्रम के आधार पर काम करने के लिए तैयार हैं। ताकि, संविधान को संरक्षित और सुरक्षित किया जा सके। देश में बढ़ती आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानाशाही की चुनौतियां का सामना किया जा सके।
पार्टी का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा ने देश में एक समावेशी और प्रगतिशील दृष्टि को बढ़ावा दिया है, जहां संवैधानिक मूल्य सबसे ऊपर हैं और विविधता, समानता और बंधुत्व का जश्न मनाया जाता है। अधिवेशन ने यात्रा के लिए राहुल गांधी, पार्टी कार्यकर्ता और देशवासियों को भी धन्यवाद दिया है। यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर श्रीनगर में खत्म हुई थी।
रायपुर घोषणा में पार्टी ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों का भी उल्लेख किया है। पार्टी का कहना है कि कार्यकर्ताओं और नेताओं को कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए अनुशासन, एकजुटता और पूर्ण एकता के साथ काम करना चाहिए। क्योंकि, इनके नतीजे 2024 के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
पार्टी ने राजस्थान की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और छत्तीसगढ़ की राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तारीफ करते हुए कहा कि यह दूसरे राज्यों के लिए मानदंड हैं। हिमाचल प्रदेश की नई सरकार लोगों से किए गए वादों को पूरी ईमानदारी से पूरा कर रही है। पार्टी ने उम्मीद जताई है कि राज्य सरकार लोगों से किए अपने सभी वादों को पूरा करेंगी।
चुनौतियों से निपटने के लिए अनुशासन : खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी के सामने मौजूद चुनौतियों से निपटने के लिए एकता, अनुशासन और दृढ़ संकल्प की जरूरत है। रायपुर महाधिवेशन को एक नई कांग्रेस का आगाज करार देते हुए उन्होंने कहा कि हम सरकार से डरे बिना, उनकी गलतियां बताएंगे।
खड़गे ने कार्यकर्ताओं और नेताओं का हौसला बढाते हुए कहा कि ऐसी कोई चुनौती नहीं है, जिसका समाधान कांग्रेस नहीं निकाल पाए। पार्टी की ताकत ही हमारी ताकत है। पार्टी जो आचरण राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे, उसका संदेश हमारे करोड़ों साथियों तक हर स्तर पर जाएगा। उन्होंने नफरत फैलाने वाली विचारधारा का मजबूती से लड़ने का भी आह्वान किया।
अडानी मुद्दे पर प्रदर्शन
कांग्रेस अडानी मुद्दे पर छह मार्च को एलआईसी और एसबीआई बैंकों के सामने पूरे देश में ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन करेगी। इसके साथ पार्टी ने 13 मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र के दूसरे हिस्से में भी अडानी मुद्दे उठाएगी। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस दूसरे विपक्षी दलों के साथ मिलकर मामले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग करेगी।
इसके साथ 13 मार्च को सभी प्रदेशों की राजधानियों में राजभवन मार्च किया जाएगा। इसके बाद मार्च के अंत में जिला स्तर पर पर्दाफाश रैली की जाएगी। इसके बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में राज्य स्तर पर रैलियां होगीं। इनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि हम बिना डरे इस लड़ाई को लड़ेंगे और 2024 का चुनाव जीतेंगे।
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