इंदौर (Indore)। खंडवा रोड़ स्थित बीएम कॉलेज (BM College) की प्राचार्या विमुक्ता शर्मा (Principal Vimukta Sharma) को छात्र आशुतोष श्रीवास्तव (Ashutosh Srivastava) ने पेट्रोल डालकर जला दिया था। इस मामले में प्राचार्या और अन्य प्रोफेसरों की शिकायत नहीं सुनने वाले सिमरोल थाने के जांच अधिकारी एएसआई संजीव तिवारी (ASI Sanjeev Tiwari) को सस्पैंड करने के बाद सिमरोल के वर्तमान थाना प्रभारी आरएनएस भदौरिया और पूर्व थाना प्रभारी जो कि वर्तमान में देपालपुर में पदस्थ है, धर्मेंद्र शिवहरे को एसपी ग्रामीण भगवत बिरदे ने रात को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए लाइन अटैच कर दिया है। एएसआई तिवारी दोनों ही थाना प्रभारी के कार्यकाल में सिमरोल में पदस्थ था, जबकि दोनों ही थाना प्रभारियों के कार्यकाल में शिकायतें हुई थीं।
14 फरवरी 2002 को खुद विमुक्ता शर्मा ने शिकायत में पुलिस को आवेदन दिया था कि आशुतोष ने आत्महत्या की धमकी दी, 28 फरवरी को दोबारा उन्होंने शिकायत की थी कि उनकी जान को खतरा है, तीसरा पत्र 7 सितंबर 2022 को प्रोफेसर विजय पटेल और प्रो. चिंतामण कुमावत ने दिया था कि शराब के नशे आशुतोष हाथापाई और अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी देता है। इसके बाद 18 अक्टूबर को प्रोफेसर उमेश और छात्र मयूर पटेल ने आशुतोष के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी। ये जो शिकायतें हुई उस दौरान सिमरोल थाने में धर्मेंद्र शिवहरे और बाद में आरएनएस भदौरिया टीआई रहे। एएसआई तिवारी के पास सारी शिकायतें हुई थीं, तिवारी ने जिन्हें नजरअंदाज किया। साथ ही थाना प्रभारी शिवहरे और भदौरिया नेे इन पर तत्काल एक्शन नहीं लिया, जिसके चलते दोनों को लाइन अटैच किया है। धर्मेद्र शिवहरे 14 फरवरी 2022 से सिमरोल थाना प्रभारी थे, जबकि भदौरिया 7 सितंबर 2022 से सिमरोल थाना प्रभारी है।
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