इंदौर (Indore)। मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए अब सुपर कॉरिडोर (super corridor) पर बना इकलौता फुट ओवरब्रिज (एफओबी) नहीं तोड़ा जाएगा। मेट्रो कंपनी (metro company) के अफसरों ने ब्रिज को बिना तोड़े कॉरिडोर निर्माण करने का तोड़ निकाल लिया है। तय किया गया है कि काम के दौरान केवल एफओबी का केवल ऊपरी हिस्सा (टॉप) हटा लिया जाएगा और सेग्मेंट लगने के बाद छत फिर लगा दी जाएगी। यह ब्रिज बोहरा कॉलोनी के लोगों की आवाजाही के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण ने सुपर कॉरिडोर निर्माण के दौरान बनाया था।
हालांकि, देखने में ऐसा ही लगता है कि एफओबी की ऊंचाई मेट्रो कॉरिडोर के आड़े आएगी, लेकिन सेग्मेंट की ऊंचाई परखने के बाद अफसरों ने एफओबी नहीं हटाने का फैसला किया है। सूत्रों ने बताया कि ब्रिज के एक तरफ मस्जिद बनी है, जहां जाने के लिए बोहरा समाज के लोग एफओबी का उपयोग भी करते हैं। ब्रिज 75 मीटर चौड़े सुपर कॉरिडोर को सुरक्षित तौर पर पार करने के काम आता है, इसलिए इसे तोड़ते तो लोगों की आवाजाही के लिए अंडरपास जैसी वैकल्पिक व्यवस्था करना पड़ती। ऐसे में सबसे बेहतर विकल्प यही है कि उक्त एफओबी को बरकरार रखा जाए।
हटाते तो किसी काम का नहीं रहता
अफसरों का कहना है कि यदि सुपर कॉरिडोर का एफओबी हटाया जाता, तो यह किसी काम का नहीं रहता। उसका और किसी जगह उपयोग संभव नहीं है, क्योंकि हर सडक़ की लंबाई-चौड़ाई अलग-अलग होती। जिस हिस्से में ब्रिज है, वहां मेट्रो कॉरिडोर का स्टेशन बनाने का काम हो रहा है। स्टेशन के पिलर एफओबी की जगह पर नहीं हैं, बल्कि उसके दोनों तरफ बनाए जा रहे हैं।
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