सिरोंज। शहर वासियों को ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। इस समय अधिकांश यातायात पुलिस कर्मियों दूसरे ही काम लगे हुए हैं , जिसकी चर्चाएं जोर शोर से हो रही है फिर भी वरिष्ठ अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इनकी अनदेखी के कारण नगर की यातायात व्यवस्था में परिवर्तन नहीं हो पा रहा है। विधायक उमाकांत शर्मा के प्रयासों से शहर को यातायात पुलिस बल प्राप्त हुआ है उसका काम पैसे तो ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक करना है पर इनके द्वारा ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। शहर के मुख्य बाईपास मार्गों पर मौजूद रहकर अधिकांश यातायात पुलिसकर्मी दूसरे काम में रहते हैं नो एंट्री के बाद भी भारी वाहनों को प्रवेश दिया जाता है कई उत्खनन कर्ता से इनको हर महीने मोटी रकम मिल रही है उनके वाहन नो एंट्री होने के बाद भी से दिन रात घूमते रहते हैं अधिकांश यातायात पुलिसकर्मी नगरी क्षेत्र से गायब रहते हैं यातायात थाना प्रभारी भी ध्यान नहीं देती हैं खानापूर्ति करने के लिए कभी कबार शहर के कुछ स्थानों पर समय पहुंचकर खानापूर्ति कर देती हैं इसकी वजह से बेलगाम ट्रैफिक की समस्या से मुक्ति नहीं मिल पा रही है।
बड़े-बड़े बोट जरूर नो एंट्री के लगाए गए हैं इसके बाद भी भारी वाहनों का प्रवेश नगर में बेरोकटोक जारी है कहीं भी किसी के द्वारा वाहनों को सड़क के किनारे पर खड़ा कर दिया जाता है। इनको रोकने टोकने का काम भी किसी के द्वारा नहीं किया जाता है इसकी वजह से मुख्य सड़कों पर तो दिन भर जाम के हालात बने रहते हैं। इसी तरह मुख्य शहर में भी अधिकांश से ठेले खड़े होने के कारण यहां के हालात इतने खराब है कि दोपहिया वाहन निकालना ही मुश्किल हो जाता है सुबह के समय तो मुख्य बाजार में से पैदल चलना भी दुश्वार होता है। इसकी जानकारी होने के बाद भी यातायात पुलिस इस समस्या को दूर करने के लिए कदम नहीं उठा रही है। नगर पालिका प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसकी वजह से समस्या जस की तस बनी हुई है यदि यातायात पुलिसकर्मी अपने काम को सही तरीके से करने लगे तो यातायात की समस्या दो अपने आप दूर हो जाएगी हर कई दो पहिया चार पहिया और 6 पहिया वाहन खड़े होते हैं इनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो तो इस तरह से यह लोग अपने बहनों को कहीं भी खड़े नहीं होंगे तो मुख्य सड़कों पर जाम की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी दूसरी ओर शहर के अधिकांश हिस्सों में जगह-जगह फल सब्जी के ठेले लगे रहते हैं इनको भी यदि व्यवस्थित रूप से लगवाया जाए तो मुख्य बाजार मैं भी जाम के हालात निर्मित नहीं होंगी बेरोकटोक तरीके से वाहनों का आना-जाना हो सकता है जिन क्षेत्रों पर नो एंट्री के बोर्ड लगे हुए उसका पालन सही तरीके से होने लगे तो भारी वाहनों का प्रवेश दिन के समय नहीं होगा तो नगर में यातायात समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी अभी हालात यह है कि कहने के लिए तो ट्रैफक पुलिस के द्वारा शहर के मुख्य चौराहों पर नो एंट्री के बोर्ड लगाकर औपचारिकता पूरी कर दी गई है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved