इंदौर। हर साल की तरह इस साल भी गर्मियों के लिए अभी से ट्रेनें बुक होने लगी हैं। सर्वाधिक यात्री स्लीपर और थर्ड एसी श्रेणी में सफर करते हैं और इन्हीं दो श्रेणियों में सबसे ज्यादा दबाव दिखने लगा है। फरवरी में तो नई दिल्ली, मुंबई, पुणे, पटना और कामाख्या जैसी ट्रेनों में कन्फर्म रिजर्वेशन मिलना संभव नहीं है और अब मार्च और अप्रैल के लिए भी बर्थ बुक हो रही हैं। सबसे ज्यादा दबाव नई दिल्ली की तरफ आने-जाने वाली ट्रेनों पर है, जबकि इंदौर से नई दिल्ली की तरफ जाने वाली आठ ट्रेनें हैं, जिनमें से दो ट्रेनें मालवा सुपरफास्ट और नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन रोज चलती हैं। बाकी ट्रेन सप्ताह में तीन, दो या एक दिन चलती हैं।
इंदौर-नई दिल्ली इंटरसिटी की थर्ड एसी श्रेणी की बात करें, तो 15 मार्च से पहले इस श्रेणी में कन्फर्म टिकट मिलना मुश्किल है। 15 से 30 मार्च तक तो थर्ड एसी में बर्थ उपलब्ध हैं, लेकिन 11 अप्रैल तक फिर कन्फर्म टिकट मिलना कठिन है। इस दौरान यात्रा करने वालों को वेटिंग या आरएसी टिकट लेना पड़ेगा। 11 अप्रैल के बाद अलग-अलग दिनों में कन्फर्म टिकट उपलब्ध हैं। यही हालत ट्रेन की स्लीपर श्रेणी में है। मार्च में तो कन्फर्म टिकट मिलना मुश्किल है। अप्रैल में 17 तारीख तक यही हाल है। उसके बाद अलग-अलग दिनों में कन्फर्म या आरएसी टिकट मिल रहे हैं।
नई दिल्ली के लिए रतलाम होकर सप्ताह में तीन दिन चलने वाली त्रिसाप्ताहिक ट्रेन में इंटरसिटी की तुलना में कम वेटिंग है। 15 मार्च से पहले ट्रेन की थर्ड एसी और स्लीपर श्रेणी में कन्फर्म टिकट मिलना मुश्किल है। उसके बाद भी विभिन्न दिनों में दोनों श्रेणियों में वेटिंग या आरएसी लग चुका है। इंदौर-पुणे-दौंड एक्सप्रेस में 28 फरवरी से 7 मार्च तक थर्ड एसी और स्लीपर में कन्फर्म टिकट उपलब्ध नहीं हैं। उसके बाद अलग-अलग दिनों में मिश्रित स्थिति है। 21 मार्च से ज्यादातर दिन थर्ड एसी में कन्फर्म टिकट उपलब्ध हैं। अप्रैल में स्लीपर बर्थ भी उपलब्ध हैं।
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