इंदौर, अमित जलधारी। केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Greenfield Expressway) से इंदौर (Indore) को जोडऩे पर 3622 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसके लिए 177.52 किलोमीटर लंबा नया हाईवे देवास (Dewas) से उज्जैन ( Ujjain) होते हुए गरोठ तक बनाया जा रहा है। इंदौर से देवास के बीच पहले से ही सिक्स लेन रोड है, इसलिए नया हाईवे देवास के पहले से बनाया जा रहा है। 2024 के अंत तक इंदौर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएगा।
मालवा को एक्सप्रेस-वे जोडऩे के लिए एनएचएआई (नेशनल हाईवेज अथॉरिटी आफ इंडिया) फोरलेन हाईवे बना रही है। इसका काम दो पैकेज में हो रहा है। पहला पैकेज देवास से उज्जैन के लिए 41.42 किलोमीटर का है। इसके निर्माण पर 716 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जुलाई-21 में काम शुरू होने के बाद इसका काम जुलाई-23 में पूरा होना है। अब तक 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दूसरे पैकेज में उज्जैन-गरोठ के बीच 136.10 किलोमीटर लंबा हाईवे बनाया जा रहा है, जिस पर 2906 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। देवास-उज्जैन हाईवे की तुलना में इस हाईवे का काम काफी देरी से (सितंबर-22) शुरू हुआ और इसे मई-24 तक पूरा करने का लक्ष्य है। यह काम अभी 15 फीसदी हुआ है। दोनों ही हाईवे 17 साल के लिए टोल पर दिए गए हैं। देवास-गरोठ हाईवे से इंदौर-गरोठ की दूरी 240 किमी से घटकर 190 किमी रह जाएगी और लोग करीब ढाई घंटे में गरोठ पहुंच सकेंगे। इस हाईवे का फायदा आगामी सिंहस्थ में भी मिलेगा।
गडकरी ने मानी थी ताई की बात… ललवानी की भी मांग
लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए सुमित्रा महाजन ने सदन में केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया था कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से इंदौर को जोडऩे की भी व्यवस्था करें। उनके आग्रह पर मंत्री ने देवास-गरोठ हाईवे की स्वीकृति दी और अंतत: काम शुरू हो सका। उधर सांसद शंकर लालवानी ने गडकरी से आग्रह किया है कि इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे को गुजरात में दाहोद के पास एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाए।
एक्सप्रेस-वे का एमपी वाला भाग मार्च तक तैयार होगा
1350 किमी लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे में मध्यप्रदेश का हिस्सा 244.50 किमी लंबा होगा। यह हाईवे प्रदेश के मंदसौर, रतलाम और झाबुआ जिलों से होकर बनाया जा रहा है।
मध्यप्रदेश में एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 11120 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। यह काम 31 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य है। उसके बाद एक महीने में फिनिशिंग कार्य किए जाएंगे। एमपी के मंदसौर जिले के सीतामऊ में चंबल नदी पर बनाया जा रहा आठ लेन ब्रिज विशेष आकर्षण होगा।
-रवींद्र गुप्ता, एनएचएआई रतलाम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर
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