इंदौर (Indore)। रेलवे (railway) ने शहर के लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन (Laxmibai Nagar Railway Station) के विकास का मैदानी काम गुरुवार से शुरू कर दिया। फिलहाल स्टेशन बिल्डिंग (station building) के पास भागीरथपुरा बस्ती के सामने बने पार्किंग और ऑटोरिक्शा स्टैंड पर लगी इंटरलॉकिंग टाइल्स उखाडऩे का काम शुरू हुआ है। उज्जैन-देवास-इंदौर रेल लाइन दोहरीकरण के लिए यह कवायद हो रही है, क्योंकि दोहरीकृत रेल लाइन वर्तमान पार्किंग एरिया और प्लेटफार्म एक के बीच बिछाई जाना है। इसमें मौजूदा स्टेशन बिल्डिंग भी बाधक बनी हुई है, जिसे तोडक़र नई बिल्डिंग बनाई जाएगी।
अग्निबाण ने गुरुवार के अंक में खबर प्रकाशित की थी कि एमआर-4 के लिए दी गई जमीन रेलवे ने लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन के विकास के लिए जिला प्रशासन से वापस मांग ली है। आने वाले तीन-चार महीनों में स्टेशन के आसपास दोहरी रेल लाइन की गतिविधियां तेजी से होंगी। लाइन बिछाने, नया प्लेटफॉर्म बनाने और फुट ओवरब्रिज को तोडक़र उसका विस्तार करने के लिए रेलवे को अतिरिक्त जमीन की जरूरत है। फिलहाल रेलवे उपलब्ध जमीन पर ही काम करा रहा है, लेकिन जैसे ही रेल लाइन बिछाने का काम बरलई से मांगलियागांव होते हुए इंदौर तक पहुंचेगा, रेलवे को मौजूदा एमआर-4 के लिए दी गई जमीन की जरूरत होगी।
एमआर-4 होगा मुख्य मार्ग
लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन आने-जाने के लिए एमआर-4 ही मुख्य मार्ग होगा। नगर निगम ने बाणगंगा रेलवे क्रॉसिंग के पास आरडब्ल्यू-1 बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। यह सडक़ एमआर-10 स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनस (आईएसबीटी) तक बनेगी। इस तरह एक ही सडक़ सरवटे बस स्टैंड, इंदौर के मुख्य रेलवे स्टेशन, पार्क रोड स्टेशन, लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन और आईएसबीटी को जोड़ देगी। बायपास, पूर्वी रिंग रोड, एबी रोड (बीआरटीएस कारिडोर) के बाद यह उत्तर से दक्षिण दिशा में बनने वाली चौथी मेजर रोड होगी।
विभिन्न चरणों में होगा टर्मिनल बनाने का काम
– रेलवे फिलहाल जो काम कर रहा है, वह दोहरीकरण प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है।
– हाल ही में केंद्र सरकार ने लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल किया है। उसके तहत भी पश्चिम रेलवे का रतलाम रेल मंडल विकास योजना बना रहा है, ताकि भविष्य के लिए लक्ष्मीबाई नगर को टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा सके।
– पुनर्विकास योजना में लक्ष्मीबाई नगर रेलवे माल गोदाम को शिफ्ट किया जाना है। माल गोदाम के मौजूदा प्लेटफॉर्म को पैसेंजर प्लेटफॉर्म में बदला जाएगा। माल गोदाम का कुछ हिस्सा पालिया और कुछ हिस्सा मांगलियागांव ले जाने की योजना है।
– माल गोदाम और दोहरीकरण योजना के नए प्लेटफॉर्म बनने के बाद ट्रेनों को लक्ष्मीबाई नगर से ही ओरिजनेट और टर्मिनेट किया जा सकेगा। इससे इंदौरके मुख्य स्टेशन पर दबाव कम हो सकेगा। इससे इंदौर से नई ट्रेनें शुरू करने में आसानी होगी। आगामी सिंहस्थ में भी इसका फायदा मिलेगा।
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