भोपाल। वर्तमान में उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। साथ ही हवा का रुख बार-बार बदलने से तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार को हवा का रुख पश्चिमी एवं उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इसके चलते राजधानी भोपाल सहित मध्य प्रदेश के सभी शहरों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई। बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि प्रदेश के सात शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। मध्य प्रदेश में सबसे कम 7.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा में रिकार्ड किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह मंगलवार के न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस की तुलना में दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा था। साथ ही यह सोमवार के अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 2.4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तर भारत में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। उत्तर भारत का वातावरण काफी ठंडा है। वर्तमान में एक बार फिर हवा का रुख उत्तरी हो गया है। इस वजह से तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव का सिलसिला अभी बना रहेगा। उधर 18 फरवरी को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। उसके प्रभाव से तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है।
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