नई दिल्ली। स्वीडन की रक्षा कंपनी साब ने शनिवार को घोषणा की है कि वह कार्ल-गुस्ताफ रिकॉइललेस राइफलों का निर्माण भारत में ही करेगा। कंपनी ने कहा है कि वह भारत में एक विनिर्माण संयंत्र स्थापित कर रही है जो भारतीय सशस्त्र बलों के लिए मैन-पोर्टेबल मल्टी-रोल हथियार प्रणाली के उत्पादन में मदद करेगी।
साब इंडिया टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मैट्स पामबर्ग ने कहा कि साब भारतीय उप-आपूर्तिकर्ताओं के साथ भी साझेदारी करेगा और संयंत्र में विनिर्मित प्रणालियां ‘मेक इन इंडिया’ की जरूरतों को पूरी तरह से पूरा करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘हम रक्षा क्षमता के लिए भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर’ दृष्टिकोण को सक्षम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए साब भारत में कार्ल गुस्ताफ के लिए विनिर्माण सुविधा स्थापित करेगा। पामबर्ग ने कहा कि यह सुविधा भारतीय सशस्त्र बलों के लिए कार्ल-गुस्ताफ एम 4 के उत्पादन के साथ-साथ दुनिया भर में सिस्टम के उपयोगकर्ताओं के लिए घटकों का समर्थन करेगी।
कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि कार्ल-गुस्ताफ एम 4 एक मानव-पोर्टेबल बहु-भूमिका हथियार प्रणाली है। यह गोला-बारूद प्रकारों की अपनी विस्तृत शृंखला के जरिए उच्च सामरिक लचीलापन प्रदान करती है। “यह बेहद हल्के वजन (सात किलोग्राम से कम) का है।
साब ने कहा कि वह 13 फरवरी से बेंगलुरु में शुरू होने वाली पांच दिवसीय एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी एयरो इंडिया 2023 के दौरान अपने उत्पादों और समाधानों की एक शृंखला का प्रदर्शन करेगा। पामबर्ग ने कहा, “एयरो इंडिया 2023 में हम अपनी नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन करेंगे जो रक्षा व सुरक्षा योजना, तैनाती और भविष्य की बल तत्परता को बदल रही हैं।
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