इन्दौर (Indore)। सम्पत्ति कर और जल कर (property tax and water tax) की राशि कई बड़े संस्थानों (many large institutions) पर बकाया है, जिसके लिए अब निगम उनकी सूची बनाकर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। पहले दौर में 50 से ज्यादा बड़े संस्थानों की जानकारी निकलवाई गई है, जिन पर सम्पत्ति और जल कर की करोड़ों रुपयों की राशि बकाया है। इनमें डाक्टर से लेकर कई नामी संस्थान और यशवंत क्लब तक शामिल है।
नगर निगम राजस्व विभाग का अमला इन दिनों बकायादारों से राशि वसूली की कार्रवाई में जुटा है। एक लाख से अधिक की बकाया राशि के मामलों में प्रकरण तैयार किए जा रहे हैं, ताकि जब्ती कुर्की की कार्रवाइयां की जा सके। पिछले दिनो निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने राजस्व विभाग के अफसरों की बैठक लेकर सभी 19 झोनलों के अंतर्गत वसूली अभियान शुरू करने के निर्देश दिए थे। अधिकारियों का कहना है कि मार्च तक 200 से 300 करोड़़ का लक्ष्य रखा गया है। हर झोन को अलग-अलग टारगेट वसूली के लिए दिए गए हैं और इसकी प्रति सप्ताह समीक्षा भी बैठकों के माध्यम से की जा रही है। अब निगम द्वारा बड़े बकायादारों की सूची बनाकर उनसे राशि वसूली की जाएगी।
इस सूची में द नेशनल टेक्सटाइल्स कार्पोरेशन 13 करोड़ 60 लाख से ज्यादा की राशि बकाया है, वहीं इंटरटेनमेंट वल्र्ड डेवलपर पर भी 12 करोड़ से अधिक की राशि बकाया है। जी.आर. प्रोजेक्ट पर भी 6 करोड़ से अधिक की राशि और देवी अहिल्या न्यू क्लाथ मार्केट लिमिटेड पर 3 करोड़़ 95 लाख, आर.के.डी.एफ कालेज पर पौने तीन करोड़, संतोष देवकान प्रा.लि. पर ढाई करोड़ से ज्यादा, खालसा हायर सेकण्डरी स्कूल पर डेढ़ करोड़, इंडेक्स ग्लोबल सोसायटी पर सवा करोड़, यशवंत क्लब पर 1 करोड़़ 28 लाख, डाक्टर रमेश बदलानी पर 83 लाख की राशि सम्पत्ति कर और जल कर की बकाया है। सभी बड़े बकायादारों को निगम द्वारा नोटिस भेजे जा रहे हैं और राशि जमा नहीं करने पर जब्ती कुर्की की चेतावनी दी गई है।
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