उज्जैन। धर्म व संस्कृति की नगरी उज्जैन महाकाल लोक बनने के बाद लक्ष्मी जी की कृपा बरसने लगी है। ऐसा हम नहीं कहते मंदिर की सालाना आय का आंकड़ा दो गुना हुआ वह साबित करता है। महाकाल लोक बनने के बाद मंदिर का खजाना भी जमकर भर रहा है। बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष 2 गुना से अधिक राशि मंदिर के खजाने में आई है। महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद उज्जैन में भक्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और वीकेंड में तो यहाँ आने वालों की संख्या 3 गुना तक बढ़ जाती है। इसी के चलते मंदिर का खजाना भी जमकर भर रहा है। जितना दान बीते 1 साल में नहीं आया उससे अधिक दान हाल के 3 माह में आ चुका है। वर्ष 2021 में मंदिर समिति को 22 करोड़ 13 लाख रुपए दान के रुप में मिले थे, वहीं वर्ष 2022 में बढ़कर यह राशि 46 करोड़ 51 लाख रुपया तक पहुँच गई है। इसमें भी खास बात यह है कि सबसे ज्यादा आखिरी 3 महीने में 22 करोड़ 50 लाख रुपए की आय हुई है। 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था।
इसके बाद यहाँ देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद लगातार बढ़ रही है। पहले पर्व पर 20 हजार श्रद्धालु महाकाल दर्शन करने पहुँचते थे लेकिन महाकाल लोक बनने के बाद यह संख्या प्रतिदिन 60 हजार पर पहुँच गई है। मतलब आंकड़ों से साफ है कि श्रद्धालुओं की संख्या भी 3 गुना हो गई है और श्रद्धालुओं की इतनी अधिक संख्या आने के कारण होटल, लोक परिवहन के संसाधनों और अन्य व्यवसाय करने वालों के रोजगार और आय में भी वृद्धि हुई है। मतलब साफ है कि महाकाल मंदिर से लेकर शहर में महाकाल लोक बनने के बाद जमकर लक्ष्मी बरस रही है।
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