काठमांडू (kathmandu)। भारत की राजधानी नई दिल्ली में 16-17 फरवरी को आयोजित होने वाली दसवीं ऊर्जा सचिव स्तरीय संयुक्त संचालन समिति (जेएससी) की बैठक में दोनों देशों के बीच बिजली व्यापार और ट्रांसमिशन लाइन संरचनाओं (power business and transmission line structures) पर बातचीत को मुख्य एजेंडे में रखा गया है। भारत की तरफ से ऊर्जा सचिव आलोक कुमार (Energy Secretary Alok Kumar) और नेपाल की तरफ से ऊर्जा सचिव दिनेश घिमिरे (Dinesh Ghimire) के नेतृत्व में बैठक होने जा रही है।
27 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली में हुई संयुक्त तकनीकी टीम (जेटीटी) ने संयुक्त संचालन समिति (जेएससी) के एजेंडे को तय किया था। दोनों देशों के संयुक्त सचिव और सचिव स्तर की बैठकों के लिए दो प्रकार के तकनीकी संयंत्र स्थापित किए गए हैं। एक जेटीटी और दूसरा जेओसी (ज्वाइंट ऑपरेशन कमेटी)।
दोनों देशों के बीच होने वाले विद्युत प्रणाली संचालन, विद्युत प्रवाह की अवस्था, ग्रिड लाइन के अनुशासन जैसे विषयों पर जेओसी काम करती है जबकि प्रसारण संबंधित योजनाओं के निर्माण का काम जेटीटी देखती है। इस बार की बैठक में विद्युत प्रसारण लाइन, विद्युत आयात-निर्यात यानी दोनों देशों के बीच होने वाले विद्युत व्यापार को लेकर चर्चा किए जाने की जानकारी नेपाल सरकार के ऊर्जा सचिव दिनेश घिमिरे ने दी है।
घिमिरे के मुताबिक टनकपुर-महेन्द्रनगर 220 केवी प्रसारण लाइन की क्षमता बढ़ाने, मुजफ्फरपुर-ढल्केवर 400 केवी विद्युत प्रसारण ट्रांसमिशन लाइन की क्षमता बढ़ाने, नानपारा-नेपालगंज 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण करने को लेकर इस बैठक में चर्चा की जाएगी। (हि.स.)
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