अहमदाबाद (Ahmedabad) । यौन शोषण के मामलों (sexual abuse cases) में लंबे समय से जेल में बंद आसाराम (Asaram) को गांधीनगर सेशन कोर्ट (Gandhinagar Session Court) ने सूरत की महिला से रेप के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है। आसाराम का बेटा नारायण साई भी दुष्कर्म के आरोप में सलाखों के पीछे है। ऐसे में सवाल यही है कि आसाराम के इतने बड़े साम्राज्य का आखिर वारिस कौन है और कौन इसे संभाल रहा है? आसाराम ने अपने प्रभाव से 10 हजार करोड़ की संपत्ति बना ली थी। उसके 400 से ज्यादा आश्रम हैं। इस संपत्ति की देखभाल अब आसाराम की बेटी भारती देवी (Bharti Devi) करती हैं जो कि ‘भारती श्री’ और ‘श्रीजी’ के नाम से भी जानी जाती हैं।
लग चुके हैं कई शर्मनाक आरोप
आसाराम की बेटी भारती देवी की अनुयायियों पर अच्छी पकड़ है। उन्होंने एमकॉम की डिग्री ली थी औऱ 1997 में उनकी शादी डॉक्टर हेमंत से हुई थी। हालांकि बाद में उनका तलाक हो गया। बताया जाता है कि इसके पीछे आसाराम का ही हाथ था। वह बेटी और दामाद के रिश्ते में जरूरत से ज्यादा दखल देते थे। इसके बाद भारती देवी की एंट्री आसाराम के आध्यात्मिक मंच पर हो गई। कहा यह भी जाता है कि आसाराम और उसकी बेटी के बीच ज्यादा बनती नहीं थी। भारती ने कुछ ही समय में अलग आश्रम खोल लिया था। हालांकि आसाराम औऱ नारायण साई के जेल जाने के बाद वह इस साम्राज्य को संभालने लगीं।
साल 2013 में दुष्कर्म के मामले में भारती देवी और आसाराम की पत्नी लक्ष्मीबेन का भी नाम सामने आया था। दोनो को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि 31 जनवरी 2023 को कोर्ट ने भारती देवी और लक्ष्मीबेन दोनों को ही निर्दोष करार दिया है। आरोप लगे थे कि लक्ष्मीबेन औऱ भारती देवी आसाराम के लिए लड़कियां भेजती थीं। सत्संग या फिर आश्रम से लड़कियां चुनी जाती थीं। हालांकि कोर्ट ने दोनों को निर्दोष करार देकर यह बहस बंद कर दी है।
महंगी कारों का है शौक
भारती देवी अपने अनुयायियों से डायरेक्ट ज्यादा नहीं मिलतीं बल्कि तकनीक का इस्तेमाल करती हैं। भारती देवी ने भी आसारम की बोलने की शैली पकड़ी है। उनका प्रवचन आज भी बहुत सारे लोग सुनते हैं और बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। भारती देवी को महंगी कारों का शौक है। आसाराम के इतने बड़े साम्राज्य को वह संभाल रही हैं। 12 साल की उम्र में ही उन्होंने दीक्षा ले ली थी। भारती ज्यादा भ्रमण नहीं करती हैं बल्कि ऑनलाइन ही ट्रस्ट की गतिविधियों का जायजा लेती रहती हैं।
कैसे होती थी इतनी कमाई
आसाराम का प्रभाव जब बढ़ा तो वह दवा से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट तक बेचने लगे थे। उनके आश्रमों में आयुर्वेदिक प्रोडक्ट मिलते थे। इसके अलावा ऋषि प्रसाद और लोककल्याण सेतु नाम की दो पत्रिकाओँ से साल में 10 करोड़ की कमाई होती थ। आसाराम के सत्संगों में भी बड़ी मात्रा में दान आता था। दस्तावेजों से पता चला था कि आसाराम ने ऊंची ब्याज दरों पर 1635 करोड़ रुपये दे रखे थे। आसाराम ने सोहम इँक और कोस्टास इँक नाम की अमेरिकी कंपनियों में निवेश भी किया था।
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