मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने दावा किया है कि शरद पवार (Sharad Pawar) ने पहले ही उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को शिवसेना (Shivsena) में बगावत (mutiny) को लेकर चेताया था। अजित पवार ने ये भी कहा कि शरद पवार के चेताने के बावजूद उद्धव ठाकरे को नहीं लगता था कि उनकी पार्टी (Party) के विधायक (Legislator) ऐसा कोई कदम उठा सकते हैं।
बता दें कि बीते साल जून माह में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के कई विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिसके चलते शिवसेना का बंटवारा हुआ और महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार भी गिर गई। एकनाथ शिंदे गुट ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली।
एक मीडिया संस्थान के साथ बातचीत में अजित पवार ने बताया कि उन्हें लगता था कि शिवसेना में टूट हो सकती है और उद्धव ठाकरे को इस बारे में बताया भी गया था। शरद पवार ने खुद फोन करके उद्धव ठाकरे को इस बात की आशंका जाहिर की थी। हालांकि उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें उनके विधायकों पर विश्वास है और उन्हें नहीं लगता कि उनकी पार्टी के विधायक ऐसा कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।
अजित पवार ने कहा कि जब 15-16 बागी विधायक एकनाथ शिंदे के साथ चले गए थे तो बाकी बचे विधायकों को तुरंत एकजुट रखने की जरूरत थी लेकिन ऐसी कोई कोशिश नहीं की गई। जिसके चलते बाद में 55 में से 40 विधायक शिंदे कैंप में चले गए। अजित पवार ने कहा कि हम कह सकते हैं कि कुछ लोग बेफिक्र रहते हैं।
अजित पवार ने ये भी कहा कि शिवसेना में बगावत से छह महीने पहले ही एनसीपी के नेताओं में चर्चाएं शुरू हो गईं थी। पवार ने कहा कि मैंने इस बारे में उद्धव ठाकरे से बात की थी. तब उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उन्होंने इस बारे में सुना है। इसे लेकर वह एकनाथ शिंदे से बात करेंगे। हालांकि ठाकरे ने इसे पार्टी का आंतरिक मामला बताया था और वह इसे सुलझा लेंगे।
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