राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ (Rajgarh) से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां 21वीं सदी में यह जानकर आप हैरान होंगे कि आज भी इतनी छोटी उम्र में बाल विवाह (child marriage) किया जा रहा है. बता दें कि 4 साल की उम्र में बच्ची को ठीक से अपना नाम भी नहीं पता होता है. उस उम्र में राजगढ़ (rajgarh) जिले के श्यामपुरिया गांव में 4 साल की मासूम 8 साल के दुल्हे (groom) की दुल्हन (bride) बनने जा रही थी. मां की गोद में रहने की उम्र में 4 साल की मासूम को दुल्हन बनने जा रही थी. जिसे चाइल्डलाइन की सतर्कता के चलते समय पर ये बाल विवाह रुकवा दिया गया.
बता दें कि श्यामपुरिया नाईहेडा गांव से बरात श्यामपुरिया गांव में पहुंची थी. जहां 4 साल की दुल्हन से 8 साल के दूल्हे से शादी होने वाली थी. शादी की सभी तैयारी शुरू हो गई थी. उसी दौरान इसकी भनक पुलिस प्रशासन को लग गई. जिसके बाद ऐन वक्त पर चाइल्डलाइन और पुलिस प्रशासन की टीम पहुंची और बाल विवाह को रुकवाया. पूरे मामले में पुलिस ने 3 लोगों पर मामला दर्ज किया है.
लड़के वाले लड़की के घर वालों को प्रलोभन देते हैं. जिसके बाद लड़की के घर वाले लालच में आ जाते हैं और नाबालिक लड़कियों की शादियां कर दी जाती है. बता दें कि नाबालिक लड़कियों की शादी राजगढ़ जिले में कुछ विशेष समाजों में छोटी उम्र में बाल विवाह कर दिया जाता है. लड़के वाले लड़की वालों को कुछ रुपए और आभूषण देते. हैं जिस के लालच में छोटी उम्र में लड़कियों की शादी कर दी जाती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजगढ़ बाल विवाह के मामले में तीसरे स्थान पर है. पहले स्थान पर श्योपुर और बड़वानी जिला है. बाल विवाह एक कानूनी अपराध है. गौरतलब है कि बाल विवाह का सीधा असर न सिर्फ लड़कियों पर पड़ता है. बल्कि उनके पूरे परिवार पर इसका गलत प्रभाव पड़ता है.
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