भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुक्रवार को बोर्ड परीक्षाओं से पहले (before board exams) छात्र-छात्राओं से परीक्षा पे चर्चा (discussion on exam) की। प्रधानमंत्री से भोपाल की 12वीं की छात्रा रितिका (Ritika) और 10वीं के छात्र दीपेश (Dipesh) ने भी सवाल पूछे। प्रधानमंत्री ने बच्चों के सवालों के जवाब देते हुए बिना तनाव के परीक्षा की तैयारी करने को कहा।
भोपाल के दसवीं कक्षा के छात्र दीपेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि हम इंस्ट्राग्राम और अन्य इंटरनेट मीडिया की इस दुनिया में अपना ध्यान भटकाए बिना पढ़ाई पर ध्यान कैसे केंद्रित करें। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया कि निर्णय हमें करना है कि आप स्मार्ट है या गैजेंट्स स्मार्ट हैं।
उन्होंने कहा कि कभी कभी आप अपने से ज्यादा गैजेंट्स को स्मार्ट मान लेते है और गलती वही से शुरू होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि परमात्मा ने आपको बहुत शक्ति दी है और गैजेट्स आपसे स्मार्ट नहीं हो सकता। आप जितने स्माटर् होंगे उतने प्रभावी तरीके से गैजेंट्स का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि भारत में 6 घंटे लोग फोन पर समय गुजारते हैं। गैजेंट्स हमें गुलाम बना रहा है। हम इसके गुलाम ना बनें और तकनीक का सही उपयोग करने के बारे में जानें।
वहीं, एक्सीलेंस स्कूल की 12वीं की छात्रा रितिका ने प्रधानमंत्री से पूछा कि हम एक से अधिक भाषाएं कैसे सीख सकते हैं। क्या यह सीखना जरूरी है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया कि हमारा देश विविधता वाला देश है। हमें इस पर गर्व होना चाहिए। हमारे यहां संचार के कई माध्यम है। हमें बिना बोझ बनाए दूसरे राज्यों की भाषाएं सीखनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी तमिल भाषा दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। इस बात पर हमें गर्व होना चाहिए या नहीं।
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