भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) दो महीने में 20 हजार बुजुर्गों को तीर्थयात्रा (Pilgrimage to the Elders) कराएंगे। शनिवार को पहली ट्रेन रवाना होगी। इसके बाद 29 मार्च तक 20 ट्रेनें रामेश्वरम, द्वारका, कामाख्या, शिर्डी, पुरी, अयोध्या, काशी (वाराणासी) पुरी जाएगी। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि 21 जनवरी से 29 मार्च तक 20 ट्रेन 20 हजार बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराएगी। इसमें इंदौर, बड़वानी, शाजापुर से पहली ट्रेन 21 जनवरी को रामेश्वरम जाएगी। इसके बाद रीवा, सतना, पन्ना, नरसिंहपुर जिलों से- द्वारका, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल से रामेश्वरम, अनुपपूर, शहडोल, उमरिया से कामाख्या, छतरपुर, टीकमगढ़, विदिशा से शिर्डी, इंदौर, धार, सीहोर से पुरी, सिंगरौली, सीधी, कटनी।
दमोह से पुरी, बैतूल नर्मदापुरम, भोपाल से अयोध्या, बालाघाट, सिवनी, मंडला, जबलपुर से काशी (वाराणासी), भिंड, ग्वालियर, दतिया से पुरी, इंदौर, बड़वानी, सीहोर से काशी (वाराणासी), राजगढ़, शाजापुर, आगर-मालवा, भोपाल से पुरी, मुरैना, दतिया, भोपाल से से रामेश्वर, खंडवा, खरगौन, हरदा, सीहोर से अध्याध्या, सिंगरौली सीधी, कटनी, जबलपुर से द्वारका, खंडवा, रायसेन, भोपाल से कामाख्या, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर से काशी(वाराणासी), छतरपुर, टीकमगढ़, विदिशा से द्वारका, नीमच, रतलाम, झाबुआ से रामेश्वर और शिवपुरी, गुना, शाजापुर, आगर-मालवा से 29 मार्च को ट्रेन पुरी जाएगी।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शिवराज सरकार की महत्वपकांक्षी योजना है। कोरोना काल में योजना बंद हो गई थी, जिसका कोरोना काल के बाद दोबारा क्रियान्वयन शुरू किया गया। सरकार सितंबर 2023 तक विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले तक 1 लाख 40 हजार बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराएंगी।
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