इंदौर। शहर के अलग-अलग इलाकों में पानी की एक दर्जन नई टंकिया बनकर तैयार हैं, लेकिन उनकी सप्लाय लाइनों और अन्य लाइनों की टेस्टिंग का काम अटका होने के चलते टंकियां अब मार्च में ही शुरू हो सकेंगी। एक हजार किलोमीटर की सप्लाय लाइन शहरभर में बिछाई गई थी, जिसमें से 600 किलोमीटर की लाइनों की टेस्टिंग हो चुकी है और 400 किलोमीटर की लाइनों का काम बाकी है।
नगर निगम ने शहर के कई अलग-अलग इलाकों मेंं प्रोजेक्ट अमृत के तहत नई टंकियां बनवाने का काम शुरू किया था। दो से तीन साल की अवधि में पागनीसपागा, रेती मंडी, बाणगंगा, आजाद नगर क्षेत्र और कई अन्य इलाकों में पानी की नई टंकियां बनकर तैयार हो गईं, लेकिन उनकी सप्लाय लाइनों के काम आधे-अधूरे रहने के कारण उन्हें शुरू नहीं किया जा पा रहा है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक इस कार्य के लिए एलएंडटी कंपनी को सप्लाय लाइनें बिछाने का काम सौंपा गया था, जिसमें से एक हजार किलोमीटर सप्लाय लाइन अलग-अलग इलाकों में बिछाई जानी थी, जिसमें से अभी 50 किमी में काम बाकी है।
जिन क्षेत्रों में सप्लाय लाइनें बिछाई जा चुकी हैं, अब नर्मदा प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने वहां लाइनों की टेस्टिंग शुरू करा दी है। अब तक 600 किमी के हिस्से में लाइनों की टेस्टिंग का काम पूरा कर लिया गया है, जबकि 400 किमी के हिस्सों में काम बाकी है और इसके लिए कुछ और टीमें बढ़ाकर काम तेजी से शुरू कराने की तैयारी चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि शेष काम पूरा करने में मार्च तक का समय लगेगा और तब तक एक दर्जन टंकियां से सप्लाय होना संभव नहीं है। इसलिए अब मार्च में ही कुछ टंकियां शुरू की जा सकती हैं।
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