उज्जैन। शहर के यातायात को पिछले 1 साल से सुधारने में लगी यातायात पुलिस ने भले ही सड़कों पर सख्ती दिखाकर लाखों की चालानी वसूली कर ली हो, लेकिन बावजूद इस सख्ती के हर महीने यातायात नियम तोडऩे वाले बढ़ते ही गए हैं। यातायात पुलिस ने संकेत उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों से उनके ई-चालानों की वसूली भी की। इस सख्ती से जनवरी से दिसंबर तक संकेत उल्लंघन के 1 लाख से अधिक ई-चालान बनाए गए।
शहर के बिगड़े हुए यातायात को सुधारने के लिए गत वर्ष यातायात पुलिस पूरे साल चैकिंग अभियान चलाती रही। इनमें दोपहिया वाहनों से लेकर आटो, मैजिक और यात्री बसों की भी जांच की गई। आरटीओ के साथ मिलकर चलाए गए अभियान में भी पुलिस ने मौके पर हजारों वाहनों के चालान बनाए और इनके जरिए लाखों रुपए का जुर्माना वसूला। साल में दो या तीन बार हेल्मेट नहीं पहनने वालों के खिलाफ भी चैकिंग अभियान चला लेकिन इसका भी कोई खास असर नहीं रहा।
इधर शहर के 16 चौराहों पर लगे ट्रेफिक सिग्नल और सीसीटीवी के कैमरों में रोजाना पिछले साल औसतन 300 से अधिक वाहन चालकों ने रेड लाईट का उल्लंघन किया तथा स्मार्ट सिटी कंपनी ने कैमरे में फुटेज देखकर हर महीने लगभग 9 हजार लोगों को नियम तोड़ते पाया। पिछले साल करीब 1 लाख से अधिक यातायात नियम तोडऩे वालों को ई-चालान भी भेजे गए, परंतु हजारों वाहन चालकों ने यह राशि भी जमा नहीं की और ऐसे लोगों की फाइल आरटीओ को भेजी गई। ऐसे जितने भी नियम तोडऩे वाले हैं उन्हें भविष्य में लायसेंस तथा परमिट के नवीनीकरण कराने में परेशानी आना तय है। इधर रेड लाईट का उल्लंघन करने वालों का आँकड़ा कम होने की बजाए लगातार बढ़ता जा रहा है। कई दिनों में एक ही दिन में नियम तोडऩे वालों का आँकड़ा 400 के पार तक पहुँचने लगा है।
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