इन्दौर। एक ओर प्रदेश सरकार पलक-पावड़े बिछाकर प्रवासी मेहमानों के लिए पांच सितारा सुविधाएं जुटा रही हैं, लेकिन यहां रैन बसेरों में रहना तक मुश्किल हो रहा है। एक ऐसे ही रैन बसेरे में बीएसएफ की परीक्षा देने आए छात्रों से रात रुकने के दो-दो सौ रुपए मांगे गए। छात्रों ने कहा कि उन्होंने जब रैन बसेरा मुफ्त होने की बात कही तो बात 50 रुपए प्रति छात्र पर समाप्त हो गई।
छात्रों ने इसकी ऑडियो रिकार्डिंग भी उपलब्ध कराई है। पिछले दिनों सीमा सुरक्षा की परीक्षा देने अहमदाबाद और कानपुर से कुछ युवक आए थे। चूंकि उन्हें सुबह जल्दी परीक्षा देना थी तो वे एयरपोर्ट रोड पर ही रैन बसेरा पहुंचे और वहां के केयर टेकर से रूकने के लिए कहा। इस पर वहां मौजूद व्यक्ति ने उनसे कहा कि एक छात्र के 200 रुपए लगेंगे। छात्रों का कहना था कि रैन बसेरा तो मुफ्त होता है और उसमें रुकने के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता। इस पर वहां मौजूद व्यक्ति उलटा उन पर ही गुस्सा हो गया और उनसे कहा कि वह रुकने नहीं देगा।
इस पर एक युवक ने अपने रिश्तेदारों को फोन लगाया और उक्त व्यक्ति की बात कराई। मीडिया में होने के कारण छात्रों को रात में रुकने तो दिया गया, लेकिन सुबह रैन बसेरा छोडऩे पर उक्त व्यक्ति ने कहा कि चार्ज तो लगेगा ही। इस विवाद की ऑडियो रिकार्डिंग एक छात्र ने कर ली। इस पर 50 रुपए प्रति छात्र की बात हुई। छात्रों का कहना था कि ऐसा दूसरे छात्रों के साथ भी किया गया। बाद में छात्र वहां से रवाना हो गए। इस मामले को गरीबी उपशमन प्रकोष्ठ प्रभारी मनीष शर्मा के संज्ञान में लाने के बाद उन्होंने जांच की बात कही है।
हमारे यहां बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है कि रैन बसेरा नि:शुल्क है तो कोई पैसे क्यों देगा। यहां किसी से कोई पैसे नहीं मांगे गए और न ही विवाद हुआ है। यहां रुकने वालों का रिकार्ड भी हम रखते हैं।
-गौतम कुमार, रैन बसेरा केयर टेकर
ऐसा है तो मैं आज ही पता करता हूं कि रैन बसेरा में रुकने वालों से चार्ज कैसे लिया जा रहा है। रैन बसेरा में रुकने का किसी प्रकार का चार्ज नहीं लगता है। -मनीष शर्मा, प्रभारी रैन बसेरा
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