नई दिल्ली । दुनिया के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों (football players) में से एक ब्राजील (Brazil) के दिग्गज पेले (pele) का 82 वर्ष की उम्र में निधन (death) हो गया। उनके निधन की खबर की पुष्टि उनकी बेटी ने की। फुटबॉल के भगवान कहे जाने वाले पेले की भारत से जुड़ी भी कुछ यादें हैं। 25 सितंबर 1977 वह दिन था जब पेले भारत की प्रसिद्ध टीम मोहन बागान के साथ एक फ्रेंडशिप मैच खेलने आए थे। उनके दीवानों ने कोलकाता (Kolkata) की सड़कें जाम कर दी थीं। उस समय टेलीविजन, अखबार, मैगजीन उनकी खबरों से पट गई थीं।
एक झलक पाने के लिए लोग उतावले थे
पेले की एक झलक पाने के लिए लोग उतावले हुए जा रहे थे, ब्राजील को तीन विश्व कप खिताब दिलाने वाले फुटबॉलर पेले सन्यास लेने से पहले भारत दौरे पर आए थे। तब उनका सामना उस समय की प्रसिद्ध फुटबॉल टीम मोहन बागान टीम से हुआ था जिसमें पीके बनर्जी और कप्तान सुब्रतो भट्टाचार्य थे और एतिहासिक बात यह रही कि उस फ्रैंडशिप मैच में मोहन बागान ने पेले के कॉस्मॉस क्लब के विजय रथ को 2-2 से ड्रा खेलकर रोका था।
मैदान के अंदर और बाहर लोगों का हुजूम था
25 सितंबर 1977 का वह दिन जब पेले मैदान के अंदर पर रहे थे तो उनके प्रशंसक स्टेडियम के अंदर पेले-पेले चिल्ला रहे थे। मैदान के बाहर भी लोगों का हुजूम था, सड़कों पर गाड़ियां रेंग-रेंग कर चल रही थीं। फुटबॉल इतिहासकार नोवी कपाड़िया ने अपनी किताब ‘बेयरफुट टू बूट्स’ में कुछ पलों को याद किया। उन्होंने किताब में जिक्र किया कि ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले हवाई अड्डे से बाहर निकले तो लाखों लोग उनके बधाई देने के लिए एकत्र हुए।
जिसको टीवी में देखा वो सामने खेल रहा था
आगे उन्होंने किताब में जिक्र किया कि कोलकाता में उनके होटल के बाहर भी काफी भीड़ थी, जो हटने का नाम नहीं ले रही थी। लोग पेले की एक झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे। लोग उस शख्स की एक झलक पाने के लिए काफी बेताब थे जिसे उन्होंने ज्यादातर टेलीविजन या खेल पत्रिकाओं के पन्नों में देखा था।
श्याम थापा ने किया था पहला गोल
मैच शुरू हुआ तो पहले हाफ के शुरुआत के 17वें मिनट में कार्लोस अलबर्टो ने पहला गोल दाग दिया। इसके एक मिनट बाद ही उन्होंने ने पहला गोल कर मैच को 1-1 की बराबरी पर ला दिया। थोड़ी देर बाद मोहन बागन के हबीब ने एक और गोल कर मेजबानों को 2-1 की बढ़त दिला दी। बाद में कॉस्मॉस ने दूसरा गोल कर मुकाबले को 2-2 की बराबरी पर ला दिया।
पेले ने कभी ओलंपिक नहीं खेला
पेले के 80वें जन्मदिन पर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा कि आपने कभी ओलंपिक नहीं खेला लेकिन आप ओलंपिक खिलाड़ी हैं क्योंकि पूरे कैरियर में ओलंपिक के मूल्यों को आपने आत्मसात किया।
फुटबॉल जगत में यह बहस बरसों से चल रही है कि पेले, माराडोना और अब लियोनेल मेसी में से महानतम कौन है। डिएगो माराडोना ने दो साल पहले दुनिया को अलविदा कहा और मेसी ने दो हफ्ते पहले ही विश्व कप जीतने का अपना सपना पूरा किया ।
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