इन्दौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल (Devi Ahilyabai Holkar International Airport of Indore) के संचालन के लिए मिलने वाले लाइसेंस को डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने अगले पांच सालों के लिए रिन्यु कर दिया है। यह लाइसेंस 31 दिसंबर को खत्म होने वाला था। यानी अब अगले पांच सालों तक निर्बाध रुप से इंदौर एयरपोर्ट पर उड़ानों और अन्य सेवाओं का संचालन जारी रहेगा।
विमानतल से मिली जानकारी के मुताबिक मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन (ministry of civil aviation) का यह नियम है कि देश में संचालित होने वाले हर शासकीय और निजी एयरपोर्ट को डीजीसीए से एरोड्रम लाइसेंस लेना होगा। इस लाइसेंस के बाद ही एयरपोर्ट पर उड़ानों के साथ अन्य सेवाओं का संचालन हो सकेगा। एक बार लाइसेंस मिलने के बाद इसे समय-समय पर रिन्यु भी करवाना होगा। यह लाइसेंस अब तक दो-दो सालों के लिए दिया जाता था। इसके तहत एयरपोर्ट पर मौजूदा लाइसेंस 1 जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2022 तक के लिए मिला था। लाइसेंस की अवधि खत्म होने से पहले ही नियमानुसार प्रबंधन द्वारा डीजीसीए को इसके नवीनीकरण के लिए आवेदन किया गया था। इसके आधार पर हाल ही में डीजीसीए ने इंदौर एयरपोर्ट के एरोड्रम लाइसेंस को 5 सालों यानी 31 दिसंबर 2027 तक के लिए रिन्यु कर दिया है। एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि डीजीसीए द्वारा अब तक यह लाइसेंस सिर्फ दो सालों के लिए ही रिन्यु किया जाता था, लेकिन इस बार नए नियमों के तहत पहली बार इसे पांच सालों के लिए रिन्यु किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इसमें हर एयरपोर्ट को अपने यहां मौजूद इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी डीजीसीए को देना होती है। इस आधार पर हर बार डीजीसीए यह लाइसेंस रिन्यु करता है।
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