नई दिल्ली। भारत (India) सहित दुनियाभर (world wide) में प्रकृति (nature) कहर बनकर टूट रही है। कड़ाके की ठंड (severe cold) से करोड़ों का जनजीवन (life) अस्त-व्यस्त हो गया है।
एक रिसर्च के अनुसार गर्मी से ज्यादा मौतें ठंड से होती है। दुनियाभर में ठंड से हर साल 46,00,000 मौतें (deaths) होती हैं, जबकि गर्मी से सिर्फ 4,89,075 लोगों की मौत होती है। सबसे ज्यादा 50 प्रतिशत मौतें दक्षिण और पूर्व एशिया में होती हैं। भारत में हर साल ठंड से 6 लाख 55 हजार 400 मौतें होती हैं, जबकि गर्मी से 83 हजार लोग मरते हैं। अमेरिका में ठंड से 6600 लोगों की मौत हो चुकी है।
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