शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में JOA IT पेपर लीक मामले पर राज्य सरकार (state government) ने बड़ा फैसला लिया है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने पेपर लीक मामले (paper leak case) पर HPSSC को निलंबित कर दिया है. पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी महिला उमा आजाद (Uma Azad) को निलंबित कर दिया गया है. हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की 25 दिसंबर को होने वाली पोस्ट कोड 965 के लिए जूनियर ऑफिस असिस्टेंट-आईटी JOA IT भर्ती की लिखित परीक्षा से दो दिन पहले 23 दिसंबर को Paper Leak हो गया था.
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने जूनियर ऑफिस असिस्टेंट-आईटी का पेपर लीक करने और बेचने के आरोप में कर्मचारी चयन आयोग की महिला कर्मचारी उमा आजाद, उसके बेटे निखिल आजाद को गिरफ्तार किया है. इन दोनों के अलावा संजय शर्मा, नीरज, अजय शर्मा, तनु शर्मा को भी गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आगामी सप्ताह में होने वाले दो और पेपरों को लीक करके पैसों के लिए डील हुई थी.
हिमाचल प्रदेश स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की ओर से 25 दिसंबर 2022 को जूनियर ऑफिस असिस्टेंट-आईटी यानी JOI IT परीक्षा होनी थी. इस परीक्षा से 2 दिन पहले यानी 23 दिसंबर 2022 को पेपर लीक होने की घटना सामने आई. इस मामले में HPSSC के गोपनीय ब्रांच में सीनियर असिस्टेंट उमा आजाद का नाम सामने आया. पेपर लीक की मुख्य आरोपी महिला चयन आयोग की गोपनीय शाखा में वरिष्ठ सहायक के पद पर लंबे समय से कार्यरत है.
लीक हुए इन पेपर को वेरीफाई करने के लिए विजिलेंस की टीम सोमवार को कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय गई. रविवार को छुट्टी के चलते इसकी पुष्टि सोमवार तक टाली गई. मामले में यह बड़ा खुलासा होने के बाद अब हड़कंप मच गया है. जानकारी है कि हिमाचल सरकार ने अब आगामी दिनों में होने वाली कर्मचारी चयन आयोग की कई प्रतियोगी परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया है.
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग यानी HPSSC में हर साल सैकड़ों पदों पर भर्तियां होती हैं. पेपर सेट करने, पेपर प्रिंटिंग, प्रिंटिंग के बाद परीक्षा केंद्रों तक सीलबंद लिफाफे में प्रश्नपत्र पहुंचाने का काम गोपनीय शाखा में होता है. इस शाखा में तैनाती से पहले कर्मचारी के पूर्व के सेवाकाल को ध्यान में रखा जाता है. इस मामले में इसी ब्रांच से पेपर लीक होने की घटना सामने आई है.
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