इंदौर। युद्ध स्तर पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन और इन्वेस्टर्स समिट की शहरभर में तैयारी चल रही है। 30 दिसम्बर तक इनसे जुड़े अधिकांश काम पूरे कर लिए जाएंगे और फायर सेफ्टी ड्राय रन भी आयोजित होगा। सडक़ों की मरम्मत, स्थल प्रबंधन, ट्रैफिक, पार्किंग से लेकर शहरभर की ब्रांडिंग, मीडिया, सिक्युरिटी, भोजन, सफाई, परिवहन, लाइट से लेकर एयरपोर्ट तक की तमाम व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी और सभी विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो आयोजन तक मोर्चा संभालेंगे। स्वास्थ्य और उपचार संबंधी तैयारियों के लिए भी एम्बूलेंस और अन्य व्यवस्थाओं के ट्रायल लिए जाएंगे।
पुलिस, प्रशासन, निगम, प्राधिकरण से लेकर पूरी सरकारी मशीनरी इंदौर को चमकाने में जुटी है। पूरे शहर की कायापलट हो रही है। एयरपोर्ट से लेकर ब्रिलियंट तक का हिस्सा तो सबसे अधिक सजाया-संवारा गया है। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने इस आयोजन के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन और निगम अधिकारियों की बैठक भी ली, जिसमें स्थल प्रबंधन, एक्सेस कंट्रोल एवं पार्किंग प्रबंधन प्रणाली, सिटी वाइट ब्रांडिंग, मीडिया प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था ईएमसी मेन पावर तैनाती, कल्चरल इवेंट, आकोमॉडरेशन, डिजिटल प्रदर्शनी, स्वल्पाहार एवं भोजन, सफाई व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, जल संबंधित व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, सिटी हेरीटेज वॉक एवं भ्रमण, स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था, विमानतल पर व्यवस्था के तहत किए जाने वाले विभिन्न कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। आयुक्त द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान आयोजन हेतु चयनित इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के साथ समन्वय करते हुए पार्किंग स्थलों के साथ-साथ संपूर्ण आयोजन स्थल का प्रबंधन करने, आयोजन स्थल के सभी प्रवेश निकासी द्वारों पर अस्थाई स्वागत द्वार तैयार कराते हुए स्थापित करना, यातायात एवं पार्किंग प्रबंधन हेतु यातायात विभाग के साथ समन्वय कर कार्यवाही करना, मध्य प्रदेश प्रशासन के साथ समन्वय करते हुए समग्र मीडिया प्रबंधन कार्य करना, केंद्र एवं राज्य शासन स्तर की एजेंसियों के साथ समन्वय करते हुए संपूर्ण स्थल की समग्र सुरक्षा व्यवस्था नियत कराना शामिल है।
37 होटलों के साथ 18 हास्पिटल जोड़े
प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए चयनित की गई जिन 37 होटलों में बुकिंग की जा रही है उनमें आने वाले मेहमानों को आवश्यक चिकित्सा जरूरत पडऩे पर मिल सके उसके लिए 18 हॉस्पिटलों को जोड़ा गया है। वहीं आज दो बजे हॉस्पिटलों और होटल संचालकों की बैठक भी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के ऑडिटोरियम में आयोजित की गई है। 2650 कमरे शासन-प्रशासन ने रिजर्व रखवाए थे।
उनमें से 19 कमरों की बुकिंग हो गई है और शेष बचे 750 कमरे छोड़ दिए हैं। अब इन कमरों की बुकिंग होटल संचालक अपनी मनमर्जी से कर सकेंगे। वहीं एमपी टूरिज्म के पोर्टल पर भी इन चयनित की कई होटलों पर बुकिंग बंद हो गई है। शहर की थ्री, फोर और फाइव स्टार कैटेगरी की 37 होटलों को चिन्हित कर आने वाले मेहमानों की बुकिंग के लिए रिजर्व किया गया था, जिनमें 2650 कमरे रखे गए। इनमें से लगभग 500 थ्री स्टार कैटेगरी के कमरे तो तीन दिन पहले छोड़ दिए थे। वहीं अब फोर और फाइव स्टार कैटेगरी के भी बचे 250 कमरों को आज छोड़ दिया है। यानी अब इन बचे 750 कमरों की बुकिंग होटल प्रबंधन अपने मनमुताबिक कर सकेंगे, क्योंकि एमपी टूरिज्म के पोर्टल पर भी अब इन चिन्हित होटलों में तय की गई दरों से कमरों की बुकिंग हो गई है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सूरी के मुताबिक लगभग 1900 कमरे बुक हो गए हैं, जो कि पूर्व में हुए प्रवासी सम्मेलनों की तुलना में अधिक ही हैं। वहीं 18 हॉस्पिटल भी चिन्हित कर दिए हैं, जिन्हें इन 37 होटलों से जोड़ा गया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved