इंदौर, संजीव मालवीय। विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली कांग्रेस भले ही भाजपा की रणनीति के आगे हार गई हो, लेकिन अब नए साल में नए जोश के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने जा रही है। नया साल-नई सरकार नया साल-कमलनाथ सरकार को लेकर पहली जनवरी को संकल्प दिवस मनाएगी। इस संकल्प दिवस पर भाजपा सरकार को प्रदेश से उखाड़ फेंकने का संकल्प भी दिलाया जाएगा। संकल्प दिवस के बारे में कांग्रेस संगठन आज भोपाल में दोपहर में प्रेस कान्फ्रेंस भी करने जा रहा है। इसके पहले प्रत्येक जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी बनाकर भेजा गया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक नया नारा दिया है। नया साल-नई सरकार नया साल-कमलनाथ सरकार। यह तो तय है कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री का चेहरा कमलनाथ ही होंगे और उनके नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। इसको लेकर पीसीसी ने नए साल में अलग-अलग तरीके से शिवराज सरकार को घेरने की तैयारी की है। इसमें प्रदर्शन, आंदोलन, बयानबाजी के साथ-साथ लगातार सरकार पर जुबानी हमले किए जाएंगे। इसकी शुरुआत विधानसभा सत्र से हो चुकी हैं, लेकिन कांग्रेस पूरी तैयारी करने के बावजूद गच्चा खा गई और सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और विधानसभा भी स्थगित हो गई।
नए साल की पहली तारीख को कांग्रेस हर जिले में संकल्प दिवस मनाने जा रही है। इसमें भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प दिलाया जाएगा। संकल्प दिवस के बहाने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश और गुटबाजी खत्म करने की कोशिश भी की जाएगी, ताकि 2023 में प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने का सपना साकार हो सके। नए अभियान के बारे में आज दोपहर में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व मीडिया के सामने जानकारी देगा। सूत्रों का कहना है कि इस प्रकार के अभियान अब 2023 में हर महीने होंगे और आम लोगों के बीच जाकर शिवराज सरकार की विफलता की जानकारी भी दी जाएगी।
एक जनवरी को हम संकल्प दिवस मनाने जा रहे हैं, जिसमें नए साल में प्रदेश में कमलनाथ सरकार बनाने का संकल्प दिलाया जाएगा। हर जिले में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में यह कार्यक्रम होगा। -चन्द्रप्रभाष शेखर, संगठन प्रभारी एवं कांग्रेस उपाध्यक्ष
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved