भोपाल: मध्य प्रदेश के महुए की महक ब्रिटेन के लंदन (UK London) में महक रही है. लंदन में एमपी का महुआ 100 रुपए प्रतिकिलो के दाम पर निर्यात किया जा रहा है. यह जानकारी वनमंत्री विजय कुंवर शाह (Forest Minister Vijay Kunwar Shah) ने वन मेले में दी है. उन्होंने बताया कि पहले दस से पंद्रह रुपए किलो महुआ बड़े व्यापारी लेते थे लेकिन अब साफ सुथरा महुआ सीधे ब्रिटेन पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष लगभग 40 क्विंटल महुआ ब्रिटेन भेजा गया है. अगले वर्ष मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के महुए की कीमत लगभग डेढ़ सौ रुपए प्रतिकिलो मिलने की संभावना है. उन्होंने बताया कि साफ सुथरे महुए के लिए पेड़ों पर सीधे जाली लगा दी गई है जिसकी वजह से अब अंतर्राष्ट्रीय बाजार (international market) के मुताबिक महुआ प्राप्त हो रहा है.
बता दें कि आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने भोपाल में सात दिवसीय वन मेले का शुभारंभ किया. शुभारंभ के मौके पर सीएम चौहान ने तेंदूपत्ता संग्रहण महिलाओं को साड़ी, पीने के पानी की कंटेनर और उच्च गुणवत्ता के जूते दिए जाने की घोषणा की. इसके अलावा समिति प्रबंधकों को 13 हजार रुपए प्रतिमाह देने की भी घोषणा की. इससे पहले उन्हें 10 हजार रुपए प्रतिमाह मिलते थे.
उन्होंने वनों और जंगलों में रहने वालों को समृद्ध बनाने की दिशा में काम करने वालों के लिए बेहतर योजनाएं बनाने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वन औषधियों से अब कई गंभीर बीमारियों का अचूक इलाज हो रहा है. उन्होंने कहा कि वनों का संरक्षण करना बेहद जरुरी है क्योंकि अब आयुर्वेद पर एक बड़ी आबादी निर्भर करती है. वन इलाकों में रहने वाले वैद्य कई बीमारियों का बिना साइडइफेक्ट के इलाज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एलोपैथी का अपना महत्व है, लेकिन आयुर्वेद काफी कारगार साबित हुआ है. इसका ताजा उदाहरण है कोविड काल में जब कोई भी दवाई नहीं थी, तब आयुष विभाग के काढ़े ने कमाल के परिणाम दिखाए हैं. काढ़े ने कई लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर किया.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर्बल उत्पादों का उपयोग कर औषधि बनाने वालों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. इस वन मेले से लोग अपनी आवश्यकतानुसार औषधि खरीदें और अपने शरीर को निरोगी बनाएं. शुभारंभ कार्यक्रम में वनमंत्री विजय कुंवर शाह, राज्य मंत्री, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, स्वास्थ्य कल्याण मंत्री प्रभूराम चौधरी, वन विभाग के अपर सचिव जेएन कंसोटिया शामिल रहे.
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