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    पूर्व PM का करते हैं सम्मान, लेकिन… अटल टनल पर CM सुक्खू ने कही ये बात

  • December 15, 2022

    नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि अटल टनल का नाम नहीं बदला जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि जिन्होंने शिलान्यास किया उनका नाम पट्टिका में शामिल किया जाएगा. सुक्खू ने कहा कि नाम नहीं बदला जाएगा. हम अटल टनल का नाम नहीं बदल रहे हैं. हम पूर्व पीएम का सम्मान करते हैं. लेकिन भाजपा को शिलान्यास करने वालों की गरिमा को बरकरार रखना चाहिए था. हम सभी प्रधानमंत्रियों का सम्मान करते हैं लेकिन पट्टिका को बहाल करेंगे.

    मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि न किसी की पट्टिका बदली जाएगी, न कोई नाम बदला जाएगा. मैं ये स्पष्ट करना चाहता हूं.अटल टनल जिसे रोहतांग टनल से जाना जाता था, उसकी शिलान्यास पट्टिका पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लिख दिया. उस नाम को हम बदलने वाले नहीं है. हम उनका सम्मान करते हैं, हम उनकी भी गरिमा रखेंगे.

    इसके बाद वो आगे कहते हैं कि लेकिन बीजेपी को उन लोगों की भी गरिमा रखनी चाहिए थी, जिन्होंने इसका शिलान्यास किया था. सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन थीं, एके एंटनी रक्षा मंत्री थे, मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे. राज्य में सरकार बीजेपी की थी, प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री थे. उनका नाम भी उसमें हैं. टनल के लिए 4000 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए. उद्घाटन के समय राज्य और केंद्र में हमारी सरकार नहीं थी तो उनके नाम की पट्टिका उतार दी गई. ये अच्छा नहीं है.


    सुक्खू ने कहा कि अब हमने ये कहा है कि हम किसी का नाम नहीं हटा रहे, लेकिन शिलान्यास के समय जो थे उनके नाम की पट्टिका फिर से स्थापित की जाएगी.

    सोनिया गांधी ने रखी थी आधारशिला
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर 2020 को सुरंग का उद्घाटन किया था. इसके बाद कांग्रेस ने विरोध जताया था और आरोप लगाया गया था कि 28 जून 2010 को सोनिया गांधी ने इसकी आधारशिला रखी थी. बाद में बीजेपी सरकार ने आधारशिला से जुड़ी उस पट्टिका को उद्घाटन से पहले हटा दिया. सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष के रूप में सुरंग की आधारशिला रखी थी.

    बीजेपी ने सुक्खू के दावे पर आपत्ति जताई है. हिमाचल भाजपा के प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि सोनिया गांधी ने केवल भूमिपूजन किया जबकि पूरा काम वाजपेयी और केंद्र सरकार ने किया. 9.02 किलोमीटर लंबी अटल सुरंग हिमाचल में मनाली को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह से जोड़ती है.

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