नई दिल्ली। एलएसी (LAC) पर चीनी मंसूबों (Chinese plans) को नाकाम करने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) ने अपनी रणनीति में पिछले कुछ सालों के दौरान व्यापक बदलाव (sweeping change) किए हैं। सबसे बड़ा बदलाव वहां एकीकृत युद्धक समूहों (आईजीबी) (Integrated Battle Groups (IGBs)) की तैनाती है जो कुछ ही घंटों में दुश्मन की सेना पर जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम हैं। इन समूहों में तैनात जवानों को अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में युद्ध करने में पूरी तरह से दक्ष बनाया गया है।
सेना से जुड़े सूत्रों ने कहा कि भारतीय सेना ने चीन सीमा पर तैनात माउंटेन स्ट्राइक कोर को छोटे-छोटे युद्धक समूहों में बदलकर उनकी मारक क्षमता में इजाफा किया है तथा उन्हें त्वरित कार्रवाई में सक्षम बनाया है। 2020-21 में इन युद्धक समूहों ने अरुणाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बाकायदा युद्धाभ्यास भी किया था। ऐसे दर्जनों समूह अरुणाचल एवं सिक्किम में एलएसी पर तैनात किए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि युद्धक समूहों में इंफेट्री, आर्टलरी तथा आर्मर्ड ब्रिगेड की यूनिटों को मिलाया गया है। इनमें मूलत पैदल सैनिक, तोप वाले दस्ते तथा शस्त्र वाहन दस्ते शामिल किए जा रहे हैं। समूह में सैनिकों की संख्या करीब चार हजार रखी गई है। अभी तक बटालियन के रूप में सेना की तैनाती होती थी जिसमें दस हजार से ज्यादा जवान होते थे। लेकिन एकीकृत युद्धक समूहों का आकार छोटा बनाया गया है। इन्हें 10-12 घंटे के भीतर बड़े से बड़े युद्ध के लिए तैयार कर लिया जाता है। जबकि बटालियन को तैयार करने में दो-दिन तक का समय लगता है।
सूत्रों के अनुसार, माउंटेन स्ट्राइक कोर युद्धक समूहों के चलते चीन से लगती समूची एलएसी पर नजर रख रही है। यह सतर्कता इसलिए भी बढ़ाई गई क्योंकि चीन का नया सीमा कानून लागू होने के बाद एलएसी पर चीन की गतिविधियां तेज होने की आशंका व्यक्त की जा रही थी। इसलिए 09 दिसंबर को भी जब चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की तो पहले से सतर्क भारतीय सेना ने उसका मुहतोड़ जवाब दिया।
सूत्रों के अनुसार युद्धक समूहों को वायुसेना के सपोर्ट से भी जोड़ने की तैयारी की जा रही है। थियेटर कमान बनने से यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इस बीच एलएसी पर भारत की तरफ से ड्रोन निगरानी भी शुरू की गई है। ड्रोन के जरिये चीन सेना की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। दूसरे, खुफिया तंत्र को भी मजबूत बनाया गया है।
चीन की तैयारियां
सूत्रों के अनुसार चीन की तरफ से एलएसी के निकट सैन्य ढांचा खड़ा किए जाने और सैनिकों की तैनाती में लगातार इजाफे की सूचनाएं मिली हैं। ऐसा उपग्रह की तस्वीरों के जरिये पता चल रहा है। भारतीय सेना उसी अनुरूप अपनी जवाबी तैयारी कर चुकी है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved