भोपाल । माध्यमिक शिक्षा मंडल में इस बार परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है। 100 अंक में से अब छात्र आसानी से 55 अंक हासिल कर पाएंगे। कोरोना काल में किए गए बदलाव को और आगे बढ़ा दिया गया है। इस बदलाव से छात्रों की बल्ले-बल्लेे हो गई। सबसे ज्यादा फायदा प्रायवेट स्कूल के छात्रों को होगा। परीक्षा केंद्र में विद्यार्थियों के प्रवेश के पहले थर्मल स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब इसे हटा दिया गया है। यानी अब थर्मल स्क्रीनिंग नही होगी। दरअसल वर्ष 2023 की कक्षा 10वीं की परीक्षा 1 मार्च और 12वीं की 2 मार्च से शुरू होगी। मंडल ने पिछले दिनों संशोधित समय सारणी जारी कर दी है। जिसके अनुसार मंडल ने अब मुख्य परीक्षा का पेपर 75 अंक का कर दिया है। 75 अंक के पेपर में 40 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्न, 40 प्रतिशत विषयपरक प्रश्न व 20 प्रतिशत विश्लेषाणत्मक प्रश्न होंगे। वस्तुनिष्ठ प्रश्न 30 नंबर के होते हैं। इसमें आंतरिक मूल्यांकन के 25 नंबर व ऑब्जेक्टिव 30 नंबर होते हैं। ऐसे में 100 अंक में से 55 नंबर विद्यार्थी आसानी से ला सकते हैं। जबकि कोविड के दौरन वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के अंक बढ़ाए थे। अब जब कोविड नहीं है उसके बाद भी छात्रों के लिए पास होने की रहा आसान कर दी है।
निजी स्कूलों के छात्रों का नहीं होता आंतरिक मूल्यांकन
इधर, प्रायवेट छात्रों का आंतरिक मूल्यांकन नहीं होता है। ऐसे में उन्हें 75 अंक का मुख्य पेपर देना होगा। 75 अंक में से मिले अंकों के आधार पर वेटेज देकर 100 अंक से अंकसूची बनाई जाएगी।
आंतरिक मूल्यांकन के नंबर देंगे स्कूल
बता दें पहले 10वीं का मुख्य पेपर 80 अंक का होता था और आंतरिक मूल्यांकन 20 नंबर का। अब मंडल ने संशोधन करते हुए मुख्य पेपर 75 अंक और आंतरिक मूल्यांकन 25 अंक का कर दिया है। इस प्रकार छात्रों का परीक्षा परिणाम 100 अंकों में से बनाया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved