इंदौर। रिटायर्ड बैंक अधिकारी (retired bank officer) की संपत्ति पर कब्जा जमाने के लिए दत्तक पुत्री और चार मित्रों ने षड्यंत्र रचा था। अधिकारी के भतीजे ने हत्या का आरोप लगाते हुए कोर्ट की शरण ली थी। पुलिस ने मामले में 6 साल बाद कल सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया।
मल्हारगंज थाना प्रभारी राहुल शर्मा (Malharganj police station in-charge Rahul Sharma) के अनुसार 4 अक्टूबर 2016 को नॉर्थ राजमोहल्ला में रहने वाले रिटायर्ड बैंककर्मी बसंतकुमार वर्मा की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सल्फास खाने की बात सामने आई थी। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच की थी, मगर संतोषजनक साक्ष्य नहीं मिलने से केस बंद कर दिया था। हाल ही में मृतक के भतीजे जितेंद्र वशिष्ठ निवासी संगम नगर ने न्यायालय की शरण ली थी और आरोप लगाया था कि मृतक की दत्तक पुत्री ललिता पति महेंद्र जैन निवासी जैन मंदिर के पास मल्हारगंज हाल मुकाम, प्रेमसिंह पिता चंदनसिंह राठौर निवासी नॉर्थ राजमोहल्ला, मांगीलाल पिता जगन्नाथ मालवीय निवासी प्रजापतपुरा गोपाल मोहल्ला, मनोहर डोके निवासी अन्नपूर्णा नगर व एसबी प्राचार्य निवासी मिश्र नगर अन्नपूर्णा रोड ने बुजुर्ग को सल्फास की गोली देकर मारा और अस्वस्थ अवस्था में संपत्ति के जाली दस्तावेज तैयार कर उस पर कब्जा जमा लिया। बसंतकुमार ने ललिता को मुंहबोली बेटी बनाया था, वहीं उसके नाम से कुछ एफडी भी की थी। टीआई ने बताया कि मामले में जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है उनमें से मांगीलाल मालवीय और एक अन्य की मौत हो चुकी है।
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