किसानों ने खेतों में झोंकी बिजली…मांग 6 हजार मेगावाट बढ़ी
इंदौर कमलेश्वरसिंह सिसौदिया। मध्यप्रदेश (MP) में किसान रबी सीजन में फसलों को पानी देने के लिए की सिंचाई कर रहे हैं। 25 दिनों से सिंचाई का पिक सीजन चल रहा है। इसमें बिजली की रिकॉर्ड खपत रोजाना 16000 मेगावाट को पार कर रही है। बिजली आपूर्ति के लिए सरकार बिजली बैंक के माध्यम से अकेले पंजाब से 1300 मेगावाट बिजली प्राप्त कर रही है।
मध्यप्रदेश में औसत बिजली की खपत 10000 मेगावाट मानी गई है। रबी सीजन में सिंचाई में बिजली का भरपूर उपयोग होने से खपत में 5500 से 6000 मेगावाट बढ़ोतरी होती है। प्रदेश के किसान इस समय गेहूं, चना, मटर, आलू और अन्य फसलों में ट्यूबवेल, कुएं, तालाब, नहर और अन्य माध्यमों से सिंचाई कर रहे हैं, जिसमें बिजली का भरपूर उपयोग हो रहा है। मध्यप्रदेश सरकार नवंबर, दिसंबर और जनवरी महीने (Government of Madhya Pradesh for the month of November, December and January) में जब बिजली का पिक सीजन और रिकॉर्ड खपत ज्यादा रहती है, ऐसे समय में बिजली बैंक योजना के माध्यम से अन्य राज्यों से बिजली प्राप्त करती है और पर्याप्त आपूर्ति की जाती है। केंद्र सरकार की ओर से बिजली बैंक स्कीम को मान्यता मिली हुई है। जब किसी राज्य में बिजली का उत्पादन ज्यादा होता है तो वह दूसरे राज्यों को बिजली देता है और जब राज्य में बिजली की आवश्यकता होती है, तब वह अपनी दी हुई बिजली को वापस प्राप्त कर लेता है। इससे उसे अतिरिक्त राशि नहीं देना होती। इस समय मध्यप्रदेश में बिजली की खपत 16000 मेगावाट को पार कर रही है। प्रदेश सरकार 1500 से 1600 मेगावाट बिजली दूसरे राज्यों से आपूर्ति कर रही है। इसमें अकेले पंजाब से तकरीबन 1300 मेगावाट बिजली बिजली बैंक के माध्यम से प्राप्त हो रही है।
यह बिजली की प्रदेश में वर्तमान खबर खपत
इंदौर बिजली कंपनी
-6400 मेगावाट
भोपाल बिजली कंपनी
-5000 मेगावाट
जबलपुर बिजली कंपनी
-4900 मेगावाट
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