इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ब्रिटिश अखबार डेली मेल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा जीत लिया है। डेली मेल अपने पत्रकार डेविड रोज के एक लेख में पाक पीएम शहबाज के खिलाफ लगाए गए आरोपों को साबित करने में विफल रहा। अखबार ने गुरुवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से माफी मांगी और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के सभी निराधार आरोप वापस ले लिए।
इस पर पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि एक और दुर्भावनापूर्ण प्रचार का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को अब भ्रष्टाचार मुक्त घोषित कर दिया गया है। पाकिस्तान की सूचना एवं प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने एक बयान में कहा कि डेली मेल द्वारा मांगी गई माफी से शहबाज शरीफ दुनिया के सामने विजयी हुए हैं। वहीं, पाकिस्तान के शिक्षा मंत्री राणा तनवीर हुसैन ने ट्वीट कर कहा कि डेली मेल का माफीनामा इस बात का सबूत है कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) का इस्तेमाल राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में किया।
शरीफ पर लगा था विदेशी सहायता धन के गबन का आरोप
ब्रिटिश अखबार द मेल ऑन संडे और समाचार वेबसाइट मेल ऑनलाइन ने 4 जुलाई, 2019 को प्रकाशित एक लेख में एक त्रुटि के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से माफी मांगी है, जिसमें शरीफ पर ब्रिटिश विदेशी सहायता धन (British foreign aid money) की चोरी करने का आरोप लगाया गया था।
खोजी पत्रकार डेविड रोज के इस लेख को अब अखबार की वेबसाइट और अन्य प्लेटफार्मों से हटा दिया गया है। लेख में दावा किया गया था कि शहबाज शरीफ ने साल 2005 के भूकंप पीड़ितों के पुनर्वास के लिए यूनाइटेड किंगडम के डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (DFID) द्वारा प्रदान किए गए धन का गबन किया था, जब वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री थे।
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