नई दिल्ली: दुनियाभर में अब तक करीब 50 लाख लोगों का डेटा चोरी हो चुका है और इनकी बिक्री बॉट मार्केट में हो चुकी है. इनमें से भी 600,000 लोग भारत से हैं. इस आंकड़े के साथ भारत सबसे ज्यादा प्रभावित देश की लिस्ट में है. ये जानकारी VPN सर्विस प्रोवाइडर NordVPN के हवाले मिली है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बॉट मार्केट का इस्तेमाल हैकर्स द्वारा बॉट मैलवेयर के जरिए विक्टिम डिवाइस से चोरी किए गए डेटा को बेचने के लिए किया जाता है. NordVPN ने अपनी स्टडी में जानकारी दी है कि चोरी किए गए डेटा में यूजर्स का लॉगिन, cookies, डिजिटल फिंगरप्रिंट, स्क्रीनशॉट और दूसरी जानकारियां शामिल हैं. एक शख्स की डिजिटल जानकारी की कीमत 490 रुपये तय की गई है.
AIIMS का सर्वर हुआ था हैक
NordVPN ने पिछले चार सालों में डेटा को ट्रैक किया है. बॉट मार्केट में साल 2018 में लॉन्च किया गया था. भारत साइबर सिक्योरिटी के मुद्दों को पिछले कुछ समय से सामना कर रहा है. हाल ही में ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) के अलग-अलग सर्वर्स को हैक कर लिया गया था. ये घटना 23 नवंबर को हुई थी. एम्स भारत का एक फेमस अस्पताल है. यहां बड़े-बड़े नेताओं का भी इलाज होता है.
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, AIIMS में हुए रैनसमवेयर अटैक के बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) में भी 24 घंटे के भीतर 6,000 हैंकिंग अटेम्प्ट हुए थे.
आपको बता दें कि भारत में साइबर सुरक्षा के नियमों को धीरे-धीरे मजबूत किया जा रहा है. इसी साल इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT) ने टेक कंपनियों से डेटा ब्रीच को 6 घंटे के भीतर रिपोर्ट करने के लिए कहा था.
NordVPN ने अपनी स्टडी में तीन मेजर बॉट मार्केट Genesis market, the Russian Market और 2Easy को एनालाइज किया था. फर्म ने पाया कि चोरी किए लॉगिन डिटेल्स Google, Microsoft और Facebook अकाउंट्स के हैं.
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