नई दिल्ली । बंगाल की खाड़ी में भारत (India) द्वारा लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (ballistic missile) के परीक्षण (testing) से पहले चीन बेचैनी साफ दिखने लगी है। चीन (China) का का जासूसी जहाज (spy ship) ‘युआन वांग 5’ हिंद महासागर (Indian ocean) क्षेत्र में दाखिल हो चुका है। यह जहाज विभिन्न निगरानी और खुफिया उपकरणों से लैस है। सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि बैलिस्टिक मिसाइल और सेटेलाइट निगरानी में सक्षम चीनी जहाज की आवाजाही पर भारतीय नौसेना नजर रखे हुए है।
मलयेशिया जा रहा था…बदली राह
ऑस्ट्रेलिया मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन का पोत पहले मलयेशिया की तरफ बढ़ रहा था, पर जैसे ही मिसाइल परीक्षण के लिए नोटम (नोटिस-टू-एयरमैन) जारी हुआ, यह मुड़कर हिंद महासागर में पहुंच गया। मिसाइल परीक्षण से पहले संभावित अवरोध को रोकने के लिए नोटम जारी किया जाता है। भारत ने जो नोटम जारी किया है, उसमें 15-16 दिसंबर को 5400 किमी की रेंज का जिक्र है। इस सैन्य जासूसी पोत को लेकर चीन की सफाई है कि यह समुद्री शोध जहाज है।
नौसेना कर रही निगरानी : भारतीय नौसेना ने बताया कि सैटेलाइट और टोही विमानों से चीनी जहाज पर नजर रखी जा रही है। भारतीय नौसेना ने कहा था, चीनी घुसपैठ नई बात नहीं है। लेकिन, नौसेना अपने रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
मिसाइल की उड़ान के रास्ते में है पोत
समुद्री रास्तों की जानकारी रखने वाले पोर्टल मरीन ट्रैफिक के मुताबिक, युआन वांग-5 इंडोनेशिया की सुंडा खाड़ी से हिंद महासागर में घुसा है। यह अग्नि-3 मिसाइल की उड़ान के रास्ते के बेहद करीब मौजूद है।
हंबनटोटा बंदरगाह पर हुआ था विवाद
अगस्त में हंबनटोटा बंदरगाह पर जहाज के ठहराव ने भारत और श्रीलंका के बीच राजनयिक विवाद उत्पन्न कर दिया था। ओपन सोर्स इंटेलिजेंस विशेषज्ञ डेमियन साइमन ने ट्वीट किया, चीन का मिसाइल और उपग्रह निगरानी जहाज ‘युआन वांग 5’ हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश कर गया है। हिंद महासागर क्षेत्र में जासूसी जहाज की मौजूदगी की खबरों पर अब तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार, भारत ने हाल में एक मिसाइल परीक्षण के बारे में नोटिस जारी किया है। यह स्पष्ट नहीं है कि चीनी जासूसी जहाज की मौजूदगी को देखते हुए भारत मिसाइल परीक्षण की योजना पर आगे बढ़ेगा या नहीं।
विशेषज्ञों के मुताबिक, चीनी जहाज को आखिरी बार इंडोनेशिया के सुंडा जलडमरूमध्य में देखा गया था। हिंद महासागर में चीनी जहाज की यात्रा चीनी सेना और अनुसंधान जहाजों द्वारा इस क्षेत्र में बढ़ती गतिविधियों को लेकर चिंताओं के बीच हुई है। इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों पर चिंताओं की पृष्ठभूमि में भारत हिंद महासागर में समान विचारधारा वाले देशों के साथ रक्षा और सुरक्षा संबंधों को मजबूत कर रहा है।
बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह पर नजर रख सकता है ये जहाज
दरअसल, ड्रैगन की चालबाजी का कारण भारत आगामी दिनों में मिसाइल टेस्ट करना है। कुछ महीने पहले चीन ने इसी तरह का एक जासूसी जहाज श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर डॉक किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी नौसेना द्वारा समुद्र में तैनात किए जा रहे जासूसी जहाज एक ही कैटेगरी के हैं। ये जहाज युआन वांग 5 बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह पर नजर रख सकते हैं।
चीनी जासूसी जहाज युआन वांग 5 हिंद महासागर में पहुंचा
4 नवंबर को मरीन ट्रैफिक (MarineTraffic) ने बताया था कि चीनी जासूसी जहाज युआन वांग 5 हिंद महासागर में प्रवेश कर चुका है और फिलहाल बाली के तट पर मौजूद है। मरीन ट्रैफिक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो जहाजों की आवाजाही को ट्रैक करता है। युआन वांग 5 बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह पर नजर रखने में सक्षम माना जाता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved