नई दिल्ली। जल्द ही आपको होम लोन के लिए ढेर सारे कागजातों से छुटकारा मिल सकता है। बैंक इसके लिए ऑनलाइन लोन देने की योजना पर काम कर रहे हैं। वे आपके तमाम डेटा और क्रेडिट संबंधी प्रोफाइल को रिकॉर्ड में रखकर लोन की मंजूरी दे देंगे। यह पूरी तरह से एक डीमैट प्रक्रिया के तहत होगा।
बैंक ऐसी तकनीक का भी उपयोग कर रहे हैं जो सोशल मीडिया सहित अन्य डाटा को इकट्ठा कर ले और उसे बैंक के पास भेज दे। इससे बैंक को ग्राहकों की क्रेडिट प्रोफाइल बनाने में मदद मिलेगी। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने हाल ही में कई नए प्रकार के अनुबंधों को डिजिटाइज़ करने के लिए जोर दिया है।
नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विसेज के एमडी और सीईओ देबज्योति रे चौधरी ने इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के कार्यक्रम में कहा कि एमईआईटीवाई ने एक अधिसूचना जारी की है। इसमें होम लोन के कागजातों को डिजिटलाइजेशन करने की मंजूरी दी गई है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के एमडी संजीव चड्ढा के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में बैंक अपने कारोबार को 34-40% तक बढ़ाने में कामयाब रहा है, जबकि शाखा नेटवर्क में 15% की कमी आई है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के एमडी वी वैद्यनाथन ने कहा कि डिजिटल बैंकिंग बैंकिंग में छोटे कर्ज लेने वालों को संचालन की लागत के कारण उच्च कीमत चुकानी पड़ती है।
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