भोपाल। मध्यप्रदेश में ठंड बढ़ गई है। कई शहरों में रात का पारा लुढ़का है। 5 दिसंबर से कड़ाके की ठंड पड़ेगी और पूरा प्रदेश ठिठुरने लगेगा। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इंदौर-भोपाल के मुकाबले जबलपुर और ग्वालियर में ठंड का असर ज्यादा रहेगा। भोपाल में दिसंबर की शुरुआत से ही सर्दी का असर ज्यादा रहा। 1 और 2 दिसंबर को दिन में भी ठंड महसूस हुई। रात में और अलसुबह पारे में खासी गिरावट दर्ज की गई। इसके चलते लोग भी कंपकंपा उठे। शनिवार और रविवार को मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 5 दिसंबर के बाद उत्तर से आने वाली हवाओं का स्ट्रांग विंड सिस्टम बनने की संभावना है। इसके बाद ठंड बढ़ जाएगी। इन दिनों नौगांव और पचमढ़ी में ठंड ज्यादा है। हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 7 डिग्री के आसपास चल रहा है। वहीं, नौगांव में तापमान 6 डिग्री के करीब है। इसके अलावा खजुराहो, उमरिया, मालंकखंज, गुना, ग्वालियर, खंडवा, रायसेन, राजगढ़ समेत कई शहरों में पारा 10 डिग्री के नीचे चल रहा है। पांच दिसंबर के बाद अन्य शहरों के तापमान में भी खासी गिरावट होगी।
इस कारण बढ़ रहा प्रदूषण
ठंड के दिनों में लोग चार पहिया वाहन का ज्यादा उपयोग करते हैं। इसके अलावा सुरक्षाकर्मी और अन्य लोग ठंड से बचने के लिए रात को कचरा जलाते हैं। यह भी प्रदूषण का मुख्य कारण है। शादियों में जलने वाले पटाखे और सिंगल यूज प्लास्टिक को जलाने से भी प्रदूषण बढ़ रहा है। इनमें से कई कारण गर्मियों में भी होते हैं, लेकिन ठंड में हवा के शुष्क होने और हवा का फैलाव कम होने के कारण एक ही क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है।
इसलिए गिरेगा तापमान
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सिर्फ हवाएं उत्तरी होने के कारण प्रदेश भर में कई इलाकों में तापमान गिर रहा है। हिमालय पर अभी उम्मीद के मुताबिक बर्फबारी नहीं हुई है। ऐसा ईरान से हवाएं नहीं आने के कारण हो रहा है। अब तक स्ट्रॉन्ग विंड सिस्टम नहीं बनने के कारण तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की गई है। अब 5 दिसंबर से अच्छी ठंड होने की उम्मीद है। तब न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। तब रात का पारा अधिकांश इलाकों में 8 डिग्री के नीचे जा सकता है।
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